लगातार बारिश से जिले के सबसे बड़े डैम माचागोरा जलाशय 58 फीसदी भर पाया है। जबकि दूसरे बड़े डैम कन्हरगांव जलाशय में 27 प्रतिशत पानी आ पाया है। हर्रई में रिकार्ड बारिश से लघु जलाशय शत फीसदी भर गए है। शेष विकासखण्डों में अभी जल भराव की जरूरत है।
जल संसाधन विभाग की वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार माचागोरा डैम का लेवल 625.75 मीटर है। अब तक बारिश में यह 622.17 मीटर तक भर पाया है। इसका लाइव स्टोरेज 246.59 एमसीएम है। इसका लाइव स्टोरेज 58 फीसदी तक है। पिछले साल 2024 में डैम में पानी इस समय तक 622.56 मीटर तक आ पाया था। बारिश सीजन के शेष माह अगस्त और सितम्बर अभी शेष है। इस सीजन में अच्छी बारिश हो गई तो यह डैम पूरी क्षमता से भर जाएगा। इस डैम से छिंदवाड़ा शहर को पेयजल आपूर्ति होती है।
कन्हरगांव डैम वर्तमान तक 27 फीसदी ही भर पाया। डैम का कुल 713.80 मीटर है। इनमें वर्तमान में इसका लेवल 709.39 मीटर पर आ गया है। इसका लाइव स्टोरेज 6.29 एमसीएम यानि 27 फीसदी तक भर गया है। पिछले साल 2024 की बारिश में डैम ओवरफ्लो होकर छलक गया था। इससे पुराने छिंदवाड़ा शहर को पानी की आपूर्ति हो रही है।
हर्रई और तामिया विकासखण्ड में रिकार्ड बारिश से जलाशयों में शत फीसदी पानी आ गया है। हर्रई के पापड़ा, मुआरसानी, भेड़ा, मुर्गीटोला, कोकनपिपरिया, धनौरा, राजढाना, भुमका, हर्रई और नंदा जलाशय में शत प्रतिशत जल भराव हो गया है। इसी तरह तामिया के देवखोह, मानेगांव, चाखला, कोहपानी, हरसदिवानी, देवगांव, बांगई, तामिया, भिलवा डैम में जल भराव हो गया है। अमरवाड़ा विकासखण्ड के कुछ डैम शत प्रतिशत भर गए है। शेष डैम में पानी की आवश्यकता है।
मोहखेड़, छिंदवाड़ा,चौरई, सौंसर, बिछुआ, पांढुर्ना, जुन्नारदेव विकासखण्ड के जलाशयों को देखने के बाद साफ है कि इन विकासखण्डों के जलाशयों को अभी बारिश के पानी के जरूरत है। अभी यहां कम बारिश हुई है। अगस्त-सितम्बर में पानी गिरेगा तो यहां के जलाशयों में शत प्रतिशत भराव हो पाएगा।
100 प्रतिशत तक भरे जलाशय-22
75 फीसदी तक भरे जलाशय-11
50 फीसदी तक भरे जलाशय-14
25 फीसीदी तक भरे जलाशय-24
25 फीसदी से कम भरे जलाशय-54
अभी तक कुछ भी नहीं भरे डैम-22
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नोट-जिले के 147 लघु श्रेणी के जलाशयों में 259.060 एमसीएम पानी की जरूरत है। जिसमें से 103.09 एमसीएम पानी आ गया है।
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Published on:
31 Jul 2025 10:52 am