5 अगस्त 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

अंतरराज्यीय बस टर्मिनल के लिए स्थान तलाश करने निकली तीन सदस्यीय टीम

अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल के लिए स्थान की तलाश करने नगर निगम की तीन सदस्यीय टीम निकल गई है। जैसे ही जमीन मिलेगी, वैसे ही प्रोजेक्ट तैयार होगा। ये संकेत नगर निगम के अधिकारियों ने दिए हैं। एमआईसी में प्रस्ताव पारित होने के बाद निगम में इसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है।

कानपुर क्षेत्र को 40 नई इलेक्ट्रिक बसें मिली
कानपुर क्षेत्र को 40 नई इलेक्ट्रिक बसें मिली

अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल के लिए स्थान की तलाश करने नगर निगम की तीन सदस्यीय टीम निकल गई है। जैसे ही जमीन मिलेगी, वैसे ही प्रोजेक्ट तैयार होगा। ये संकेत नगर निगम के अधिकारियों ने दिए हैं। एमआईसी में प्रस्ताव पारित होने के बाद निगम में इसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है।

महापौर विक्रम अहके की अध्यक्षता में 25 जून को हुई मेयर-इन-काउंसिल की बैठक में इंटर स्टेट बस टर्मिनल के लिए जमीन चिन्हित करने और तीन सदस्यीय दल गठन करने का प्रस्ताव पारित किया गया था। इससे पहले महापौर ने बस टर्मिनल के जमीन सिवनी रोड में रामगढ़ी के पास देखी थी।


नागपुर-रायपुर तक बसें, रुकने का इंतजाम नहीं


छिंदवाड़ा में नागपुर और रायपुर तक इंटर स्टेट बसें संचालित हैं। उनके रुकने का इंतजाम नहीं है। इसके लिए अंतरराज्यीय बस टर्मिनल की मांग की जा रही है। नगर एवं ग्राम निवेश विभाग भी इसका समर्थन कर रहा है। महापौर इस मांग पर ज्यादा रुचि है। उनका ये ड्रीम प्रोजेक्ट है। वे इसे अपने कार्यकाल मेें पूरा करने प्रयासरत है।


छिंदवाड़ा में बसें बढ़ेंगी,यदि ये प्रोजेक्ट लागू होगा

देखा जाए तो वर्तमान में छिंदवाड़ा शहर में दो बस स्टैण्ड सरकारी और प्राइवेट संचालित है। इसमें करीब 250 बसें जिले के अलावा सिवनी, बालाघाट, नरसिंहपुर, बैतूल, भोपाल, इंदौर, नागपुर और रायपुर समेत अन्य इलाकों में आवागमन कर रही है। इनमें महाराष्ट्र की उपराजधानी नागपुर की दूरी 125 किमी है तो छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर 405 किमी दूर है।


हैदराबाद, पुणे की बस सेवा दे रही कुछ कंपनियां

अंतरराज्यीय बसों में कुछ कंपनियां हैदराबाद, पुणे समेत अन्य राज्यों के यात्रियों को लाने-ले-जाने की सेवाएं दे रही हंै। ये बसें छिंदवाड़ा से इसलिए नहीं जा रही हैं, क्योंकि अंतरराज्यीय बस टर्मिनल नहीं है। यदि ये सुविधाएं छिंदवाड़ा को मिल जाए तो ये बसें भी संचालित होने लगेंगी। इससे छिंदवाड़ा के यात्रियों को नागपुर समेत अन्य स्थानों से बसें नहीं पकडऩ़ी पड़ेंगी।


जमीन मिलने पर ही आगे बढ़ेगा प्रोजेक्ट


आईएसबीटी के लिए सबसे अधिक जरूरत जमीन की है। जिसे अलग-अलग स्थानों पर देखा जा रहा है। पहले सिवनी रोड पर देखा गया था। अगर ये जमीन फाइनल हो जाती है तो इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया जा सकता है। संयुक्त प्रयास से ही इंटर स्टेट बस टर्मिनल तैयार होगा। फिर इस बस टर्मिनल को प्राइवेट व सरकारी बस स्टैण्ड से जोडऩा होगा।


इनका कहना है….


एमआईसी में प्रस्ताव पारित होने के बाद तीन सदस्यीय टीम इंजीनियर आनंद अग्रवाल, गीतेश धुर्वे और राजस्व निरीक्षक महेश साहू की अगुआई में गठित की गई है। इन सभी को आईएसबीटी के लिए जमीन ढूंढने निर्देशित किया गया है। जैसे ही जमीन मिलेगी, वैसे ही प्रोजेक्ट तैयार होगा।
-सीपी राय, आयुक्त नगर निगम।
……