शहर में बुधवार दोपहर करीब 1 बजे उस समय तनावपूर्ण स्थिति बन गई, जब गंगायच, कदारी, शयामरी,सिमरिया,कर्री गांव सहित आसपास के गांवों से आए सैकड़ों ग्रामीणों ने सागर-कानपुर नेशनल हाइवे पर आकाशवाणी तिराहा पर ट्रैक्टर-ट्रॉली खड़ी कर 40 मिनट तक सड़क जाम कर दिया। ग्रामीणों ने पुलिस पर न सिर्फ शिकायतों की अनदेखी का आरोप लगाया बल्कि कुछ पुलिसकर्मियों पर चोरों से सांठगांठ कर पशु तस्करी में सहयोग देने जैसे गंभीर आरोप लगाए।
गंगायच गांव के जाहर सिंह यादव ने बताया कि क्षेत्र में पिछले कई दिनों से लगातार भैंस, बकरियां और घरों की अन्य संपत्ति चोरी हो रही है। इसकी शिकायत पुलिस थाने में दर्ज कराई जाती है, लेकिन पुलिस रिपोर्ट नहीं लिखती। उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय विधायक और पुलिस अफसर भी ग्रामीणों की समस्याओं को लेकर गंभीर नहीं हैं।
कदारी गांव के अभिनव मिश्रा ने बताया कि श्यामरी पुरवा, बगराजन, थारा, बरराजखेरा और कर्री जैसे गांवों में भी लगातार चोरियां हो रही हैं। मंगलवार रात जब ग्रामीणों ने चोरों को पकड़ने की कोशिश की तो चोरों ने फायरिंग कर दी। गोपालपुरा के संतोष पाल ने बताया कि बुधवार सुबह 4 बजे भी चोर उनके गांव चोरी करने पहुंचे थे। ग्रामीणों ने रोकने की कोशिश की तो गोली चला दी गई, जिसमें कई लोगों की जान मुश्किल से बची।
ग्रामीणों ने एक पिकअप वाहन पकड़ने का दावा किया है, जिसमें चोरी किए गए पशु भरे थे। ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस चोरों से 1000 रुपए प्रति पिकअप वाहन वसूलती है और उसके बाद उन्हें खुला छोड़ देती है। इस प्रक्रिया में डायल-100 वाहन के शामिल होने का भी आरोप लगाया गया है।
घटना की जानकारी मिलते ही सीएसपी अरुण कुमार सोनी, सिटी कोतवाली थाना प्रभारी अरविंद दांगी, सिविल लाइन थाना प्रभारी वाल्मीकि चौबे और ट्रैफिक पुलिस मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समझाइश दी, कि चोरी के मामलों में कार्रवाई की जाएगी। गांवों में पुलिस गस्त बढाई जाएगी। तब जाकर जाम खोला गया।
Published on:
31 Jul 2025 10:27 am