Pandit Dhirendra Shastri: मशहूर कथावाचक और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने संत प्रेमानंद जी महाराज के विचारों पर छिड़े विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने प्रेमानंद महाराज का विरोध करने वालों को पेट की बीमारी है।
दरअसल, इन दिनों बागेश्वर धाम में दिव्य दरबार का आयोजन किया गया है। जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।
बागेश्वर बाबा के नाम से मशहूर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि लोग डर-डर का हिंदू-हिंदू चिल्लाते है। वह लोग मंचों से खुलेआम बोलते हैं। कुछ राजनेता जातियों के नाम पर राजनीति करते हैं। जबकि वह जातिवाद के खिलाफ और राष्ट्रवाद के पक्ष में हैं। आगे उन्होंने कहा कि इस देश में 'हवस के पुजारी' हैं, तो 'हवस का मौलवी' क्यों नहीं हो सकता। साथ ही उन्होंने माला के साथ भाला रखने की बात कहते हुए कहा कि लोग मंच से गंगा-जमुना की बात करते हैं। गंगा, यमुना और सरस्वती की त्रिवेणी क्यों नहीं हो सकती। इसी कारण से उनका विरोध होता है और उन्हें गालियां मिलती हैं।
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि यदि कुछ लोग हमारे विरुद्ध षडयंत्र रचते हैं, तो हमें लगा कि हम में ही दोष है, लेकिन जब लोगों ने प्रेमानंद महाराज जी का विरोध किया तो यह स्पष्ट हो गया कि कुछ लोगों के पेट में समस्या है। इस देश में सत्य बोलना बहुत कठिन है।
बागेश्वर बाबा ने कहा कि हर स्त्री और व्यक्ति बुरा नहीं होता। हर किसी का अपने समाज को देखने का तरीका होता है। हर मजहब में व्यक्ति बुरे नहीं होते, लेकिन कुछ तो होते हैं। भले ही बुरे लोगों की भीड़ हो। यदि उसमें एक सत्यवादी व्यक्ति पहुंच जाता है, तो सबकी नजर उस पर जाएगी।
Published on:
07 Aug 2025 08:43 pm