बड़ाखेड़ा. कस्बे में स्थित राजकीय प्राथमिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र इन दिनों बदहाल स्थिति में है। बारिश के मौसम में अस्पताल भवन की छत से लगातार पानी टपक रहा है, जिससे जगह-जगह सीलन और फर्श पर पानी भरने की समस्या हो रही है। इससे मरीजों और कर्मचारियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
अस्पताल में आने वाले मरीजों को विशेषकर दवा वितरण कक्ष में सबसे ज्यादा दिक्कत हो रही है, जहां दीवारों से पानी रिसने के कारण दवाइयां भीग जाती हैं। छत से टपकते पानी के कारण वहां बैठना और काम करना मुश्किल हो गया है।बारिश के चलते बिजली के उपकरणों में भी खराबी आ रही है, जिससे अस्पताल की कार्यप्रणाली प्रभावित हो रही है। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि ग्रामीण अंचल के अस्पतालों की स्थिति में सुधार के लिए सरकार को शीघ्र ठोस कदम उठाने चाहिए। अस्पताल से लगभग एक दर्जन गांवों के ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ लेते हैं। ऐसे में इसका भवन मजबूत और सुरक्षित होना जरूरी है, ताकि लोगों को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध हो सकें।
इनक कहना है
अस्पताल भवन की छत बारिश के दौरान टपकती है, जिससे बिजली के उपकरण और दवाइयां भीगकर खराब हो जाती हैं। फर्श पर पानी भर जाता है। इस समस्या की जानकारी उच्चाधिकारियों को दे दी गई है।
डॉ. महेश गर्ग, चिकित्सा अधिकारी, बड़ाखेड़ा
राजकीय औषधालय जर्जर भवन में संचालित
लबान. लबान कस्बे में स्थित राजकीय आयुर्वेद औषधालय जर्जर भवन में संचालित हो रहा है। औषधालय के पास स्वयं का भवन नहीं होने के कारण यह दशकों पुराने पंचायत भवन एक कक्ष में चल रहा है। यह भवन भी अब जीर्णशीर्ण अवस्था में पहुंच चुका है। बरसात के दौरान छत से लगातार पानी टपकता है, दीवारों में सीलन आ जाती है और फर्श पर पानी भर जाता है। इस कारण दवाइयों व औषधालय उपकरणों को पन्नियों से ढंककर सुरक्षित रखना पड़ता है। मरीजों और कर्मचारियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
Published on:
30 Jul 2025 05:28 pm