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छोटीकाशी में पुलिस की तीसरी आंख का पहरा, लाडली से जिला होगा कवर

छोटीकाशी बूंदी अब पूरी तरह से तीसरी आंख की जद में आ गई है। या यू कहें तो अब अपराध करने वाले अपराधी पुलिस की पैनी नजर से बच नहीं पाएंगे।

बूंदी

pankaj joshi

Aug 03, 2025

छोटीकाशी में पुलिस की तीसरी आंख का पहरा, लाडली से जिला होगा कवर
बूंदी के बाजार में लगे कैमरे।

बूंदी. छोटीकाशी बूंदी अब पूरी तरह से तीसरी आंख की जद में आ गई है। या यू कहें तो अब अपराध करने वाले अपराधी पुलिस की पैनी नजर से बच नहीं पाएंगे। ऐसे में किसी भी घटना में पुलिस के लिए सुराग जुटाने में भी आसानी होगी। अभय कमांड के तहत शहर के 66 पोल पर 215 कैमरे लग चुके है। बीते तीन साल से खाली रहे खंभों पर अब कैमरे नजर आने लगे है। ऐसे में अब इन कैमरों की नजर में पूरा शहर रहेगा। यहीं नहीं शहर के बाद अब जिला भी जल्द पूरी तरह से तीसरी आंख की जद में आ जाएगा। लाडली योजना के तहत जिले में पुलिस द्वारा कैमरे लगाने के लिए स्थान चिहिंत किए जा रहे है।

अभय कमांड सेंटर से 214 कैमरे ऑनलाइन है। जबकि केवल एक कैमरा ऑफलाइन है, जिसमें एचडी कार्ड लगाया हुआ है, ताकि अपराध के समय उसकी रिकॉर्डिंग के लिए चिप निकालकर अपराधियों को देख सके। सूचना प्रौद्योगिकी विभाग की देखरेख में कैमरे लगाने का काम पूरा हो गया है। गौरतलब है कि बजट घोषणा में राज्य सरकार ने सार्वजनिक स्थानों, विद्यालय व कॉलेज समेत अन्य स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की घोषणा की थी। इसके तहत काम पूरा कर लिया गया है। सभी कैमरे अभय कमांड सेंटर से जोड़ दिया गया है।

लाडली के तहत लगे जिले में 102 कैमरे
अभय कमांड के तहत शहर में पूरे कैमरे लगने के बाद अब लाड़ली योजना से जिमें भी पुलिस की तीसरी आंख का पहरा होगा। इस योजना के तहत जिले में पुलिस ने जगह चिहिंत कर ली। जहां ज्यादा अपराध या छोटे अपराध होते है वहां इस योजना के तहत कैमरे लगाए जाएंगे। कुल मिलाकर 102 साडइ में यह कैमरे लगेंगे, जिसकी शुरुआत यहां नवल सागर झील के किनारे 4 कैमरे लगाकर कर दी है। इसके बाद अब इनमें फिलहाल लाइट कनेक्शन के बाद फाइबर लाइन बिछाई जाएगी। उसके बाद कैमरे लगाकर पूरा जिला कवर किया जाएगा। इसका सीधा जु़ड़ाव अभंय कमांड सेंटर से होगा। गौरतलब है कि कॉलेज जाने वाली बेटियों के साथ रास्ते में छेड़छाड़ व अभद्रता जैसी घटनाएं बढ़ रही हैं। इसके कारण कई क्षेत्रों में बेटियां असुरक्षित महसूस करती हैं। राज्य सरकार ने बेटियों को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए लाड़ली सुरक्षा योजना प्रारंभ की है। इसके तहत स्कूल और कॉलेजों के बाहर और आस-पास के क्षेत्रों में मुयत: कैमरे लगाएं जाएंगे। इस योजना के तहत जिला मुयालय से लेकर ब्लॉक लेवल तक कैमरे लगेंगे।

फाइलों से धरातल पर आई
शहर के तमाम प्रमुख और सार्वजनिक स्थानों पर पुलिस की तीसरी आंख यानी सीसीटीवी कैमरे का पहरा होगा। अब तक पुलिस दुकानों और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के बाहर लगे कैमरों से ही फुटेज हासिल करने को मोहताज थी, मगर अब पुलिस अभय कमांड सेंटर लगाए गए कैमरों से दिन हो या रात, शहर पर नजर रखी जा सकेगी। शहर के अंदर प्रमुख स्थानों पर कैमरे लगाने की योजना लंबे समय से फाइलों में थी। अब यह धरातल पर आ गई है। दरअसल, शहर में लंबे समय से इस तरह के कैमरों की दरकार थी। किसी भी घटना के बाद अपराधियों का सुराग लगाने के लिए पुलिस द्वारा आसपास के एरिया में पूछताछ के अलावा सीसीटीवी फुटेज ही खंगाली जाती है। बता दें कि हाल ही में शहर के अंदर कई ऐसी घटनाएं हुई, जिनमें काफी पसीना बहाने के बावजूद पुलिस को सुराग नहीं मिल पाया।

फैक्ट फाइल
लगे कुल कैमरे - 215
पुराने लगे कैमरे - 210
लाड़ली योजना के तहत लगे - 4 कैमरे
ऑनलाइन कैमरे - 214
कुल पोल पर लगे - 67

शहर का हर क्षेत्र जद में
शहर में लगाए गए 215 कैमरे की जद में शहर का हर क्षेत्र है। इसमें शहर को राजमार्ग से जोड़ने वाले मुख्य मार्ग, मुख्य बाजार, अस्पताल, कॉलेज व स्कूलों के बाहर समेत अन्य स्थान पर कैमरे लगाए गए। उच्च गुणवत्ता वाले लगाए गए इन कैमरों की जद में हर मुख्य मार्ग से गुजरने वालों पर पुलिस की पैनी नजर रहेगी। इनकी जूम क्षमता एक किलोमीटर दूर वाहनों के नंबर असानी से देखने को मिल जाते है।

प्रथम फेज का कार्य पूरा हो गया है। पूरे शहर में कैमरे लग चुके है। इनमें से 214 कैमरे ऑनलाइन मोड पर है। एक एचड़ी पर लगा हुआ है। वहीं शहर के बाद अब जिलेभर में भी लाडली योजना के तहत 102 साइड पर कैमरे लगाए जाएंगे। जिसका टीम द्वार सर्वे किया जा रहा है।
अशोक कुमार मीना, संयुक्त निदेशक, सूचना एवं प्रोद्योगिकी विभाग,बूंदी