लबान. बड़ाखेड़ा. क्षेत्र की खरायता पंचायत की मेगा हाइवे किनारे स्थित लबान रेलवे स्टेशन की बस्ती में शनिवार को एक व्यक्ति की मौत के बाद श्मशान भूमि पर अतिक्रमण व कीचड़ होने के कारण ग्रामीणों ने कोटा दोसा मेगा हाइवे सडक़ किनारे अंतिम संस्कार कर दिया।
जानकारी अनुसार रेलवे स्टेशन बस्ती का मुक्तिधाम पहले रेलवे की जमीन पर स्थित था। जहां रेलवे ने अतिक्रमण हटाने व रेल पटरियों की सुरक्षा के लिए चारदीवारी का निर्माण करवाया दिया, जिसमें बस्ती का मुक्तिधाम भी रेलवे की जद आ गया और वहां जाने का रास्ता बंद हो गया। वहीं बस्ती में मुक्तिधाम के लिए आवंटित जगह पर भी कीचड़ व अतिक्रमण होने से समस्या हो गई। स्थानीय निवासी कृपाल ङ्क्षसह, हरिओम, राकेश प्रजापत आदि ने बताया कि मुक्तिधाम के अभाव में किसी की मौत होने से परेशानी बढ जाती है।
पहले भी दाह संस्कार के लिए दो किलोमीटर दूर लबान जाना पडा था। ग्रामीणों ने इस समस्या को लेकर प्रशासन को भी अवगत कराया जा चुका है। शनिवार को भी ग्रामीणों ने विरोध किया तो सूचना पर पटवारी संतोष मीणा व ग्राम विकास अधिकारी रामहेत वर्मा मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को ढगारिया सडक़ के किनारे बस्ती के मुक्तिधाम के लिए भूमि आवंटन से अवगत कराया गया और समझाइस कर शव का अंतिम संस्कार करवाया।
पत्रिका ने चेताया था
राजस्थान पत्रिका ने पहले भी इस बस्ती में श्मशान की समस्याओं को खबर प्रकाशित की थी, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों ने ध्यान देना मुनासिब नहीं समझा। ऐसे में ग्रामीणों ने हाइवे किनारे अंतिम संस्कार कर दिया।
बस्ती में मुक्तिधाम के लिए ढगारिया रोड के किनारे अक्टूम्बर 2024 में भूमि आवंटित हो चुकी है वर्तमान में वहां कीचड़ होने से सडक़ किनारे ही अंतिम संस्कार करना पड़ा। बरसात के बाद अतिक्रमण हटाया जाएगा।
सन्तोष मीणा पटवारी खरायता
पंचायत की स्टेशन बस्ती में पूर्व की मुक्तिधाम की जगह रेलवे की जद में आ गई है। रेलवे द्वारा चारदीवारी के बाद बस्ती के लिए ढगारिया सडक़ के किनारे मुक्तिधाम के लिए आवंटित भूमि पर बरसात के बाद शव दाह के लिए चबूतरे व टीनशेड का निर्माण करवा दिया जाएगा।
रामहेत मीणा, ग्राम विकास अधिकारी, खरायता पंचायत
Published on:
03 Aug 2025 12:02 pm