नैनवां. उपखण्ड के बाछोला गांव में दो दिन पूर्व तेजाजी के मेले में हुए झगड़े के मामले में गांव के लोगों व बंजारा समाज के बीच विवाद शनिवार को प्रशासन के सामने आ गया। दोनों ही पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की है। सुबह बंजारा समाज द्वारा दिए ज्ञापन में बाछोला गांव के लोगों पर उनका सभी तरह से बहिष्कार करने का आरोप लगाया है तो शाम को बाछोला गांव के लोगों द्वारा दिए ज्ञापन में बंजारा समाज के कुछ युवकों पर तेजाजी मेले में तेजाजी के स्थान पर उत्पात मचाने का आरोप लगाया।
शनिवार सुबह बंजारा समाज के लोगों ने बाछोला गांव के लोगों पर उनके समाज का बहिष्कार करने का आरोप लगाकर उपखण्ड अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर कार्यालय के बाहर स्टेट हाइवे-34 पर जाम लगा दिया। बहिष्कार करने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर बंजारा समाज के दो सौ से अधिक लोग नैनवां पहुंचे। पहले थानाधिकारी को ज्ञापन दिया। उसके बाद उपखण्ड अधिकारी कार्यालय पर ज्ञापन देने पहुंचे। शनिवार को अवकाश होने से कार्यालय बंद होने से एक घण्टे तक कोई भी अधिकारी ज्ञापन लेने नहीं पहुंचा तो बंजारा समाज के लोगों ने उपखण्ड अधिकारी कार्यालय परिसर से बाहर निकलकर स्टेट हाइवे 34 पर चक्काजाम कर दिया। जाम की सूचना पर थानाधिकारी कमलेश शर्मा मय जाप्ते के मौके पर पहुंचे और समाज को लोगों को समझा कर जाम को हटवाया। तहसीलदार रामराय मीणा उपखण्ड अधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर ज्ञापन लिया।
इधर शाम चार बजे बाछोला गांव के भी करीब चार सौ से अधिक लोग नैनवां पहुंचे। तेजाजी मेले में बंजारा समाज के लोगों पर उत्पात मचाने का आरोप लगाकर उत्पात मचाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर पहले नैनवां थाने पर प्रदर्शन किया। उसके बाद उपखण्ड अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन कर उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन दिया।
मारपीट के लगाए आरोप
बाछोला गांव के लोगों ने दिए ज्ञापन में आरोप लगाया कि 4 सितंबर को शाम को जब सभी ग्रामीण अपने घर को जा चुके थे। उस समय बाछोला में स्थित तेजाजी महाराज मन्दिर परिसर में पुजारी व उनके परिवार की महिलाएं मन्दिर से जुड़ा कार्य कर रहे थे। उस समय बंजारा समाज के 20 से 25 युवक मन्दिर परिसर में जबरदस्ती घुसने की कोशिश की, इनको मना करने पर पुजारी व पुजारी के परिवार के लोगों साथ अभद्रता कर मारपीट करने लगे तो गांव वालो ने बीच- बचाव किया ग्रामीणो के साथ भी मारपीट करने लगे। आए दिन उत्पात मचाते रहते है। इससे गांव में भय का माहौल बना रहता है। इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही करने की कृपा करे।
21 हजार का जुर्माना
बंजारा समाज ने ज्ञापन में आरोप लगाया कि गांव वालों ने 4 सितंबर को बैठक कर बंजारा समाज का बहिष्कार करने का निर्णय लेकर गांव के बंजारा जाति का कोई भी सदस्यों को गांव के किसी भी मन्दिर में नहीं आने देने, दुकानों से सामान नहीं देने, बंजारा समाज की गांव का कोई भी व्यक्ति बीडी तम्बाकू नहीं पीने, गांव का कोई भी दुकानदार या व्यक्ति बंजारा समाज को सामान या कोई वस्तु देता हुआ पाता है तो उसके ऊपर 21 हजार रुपए का जुर्माना किए जाने का निर्णय लिया है। तीन दिन से बंजारा समाज को सामान नहीं दिया जा रहा, मन्दिरो में नहीं जाने दिया जा रहा।
नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी
उपखण्ड अधिकारी प्रीति मीणा का कहना है कि दोनों पक्षों ने ज्ञापन दिया है। पुलिस से मामले की जांच करवाकर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
Updated on:
07 Sept 2025 10:02 am
Published on:
07 Sept 2025 10:01 am