Comedian Sunil Grover Birthday: मेहनत ही आपकी पहचान होती है, यह बात कॉमेडियन और एक्टर सुनील ग्रोवर ने बखूबी सिद्ध कर दिया है। आज वह डॉ. मशहूर गुलाटी, गुत्थी और रिंकू भाभी जैसे किरदारों से करोड़ों लोगों को हंसी का तोहफा देते हैं, लेकिन इस मुकाम तक पहुंचना उनके लिए आसान नहीं था।
अपने करियर की शुरुआत में सुनील को कई बार रिजेक्ट किया गया। उन्हें काम नहीं मिला, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उन्होंने लगातार मेहनत की और अपनी कॉमिक टाइमिंग और टैलेंट के दम पर आज इंडस्ट्री में अपनी खास पहचान बना ली है। सुनील ग्रोवर की कहानी बताती है कि अगर इरादा मजबूत हो, तो कोई भी सपना पूरा हो सकता है।
3 अगस्त 1977 को हरियाणा के सिरसा जिले के छोटे से कस्बे में जन्मे सुनील को बचपन से ही फिल्मों और एक्टिंग का शौक था। वह अक्सर अमिताभ बच्चन और शाहरुख खान की फिल्में देख कर खुद को पर्दे पर सोचते थे। धीरे-धीरे उनका रुझान थिएटर की ओर बढ़ा और उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से थिएटर में मास्टर्स की पढ़ाई की। इस दौरान कॉमेडियन जसपाल भट्टी की नजर उन पर पड़ी और उन्होंने 'गुटुर गु' जैसे शुरुआती प्रोजेक्ट्स में उन्हें काम करने का मौका दिया। इसके बाद 1998 में अजय देवगन की फिल्म 'प्यार तो होना ही था' में छोटे रोल के जरिए उन्होंने फिल्मों में कदम रखा।
बॉलीवुड में शुरुआती दिनों में उन्हें कोई खास पहचान नहीं मिली। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि जब वह मुंबई आए, तो पॉश इलाके में एक घर किराए पर लिया, सिर्फ इसलिए क्योंकि उन्हें खुद पर पूरा विश्वास था कि एक दिन वो सफल जरूर होंगे। शुरुआती दिनों में उन्हें वॉयस ओवर या इवेंट के जरिए 500 रुपये मिलते थे।
रोजगार के लिए सुनील ने टीवी शो में छोटे रोल्स के लिए ऑडिशन देने शुरू किए। उन्होंने एक नहीं, दर्जनों बार कोशिशें कीं, लेकिन हर बार उन्हें रिजेक्शन का सामना करना पड़ा। किसी शो में उनकी जगह कोई और ले लिया गया, तो किसी में स्क्रीन टेस्ट पास करने के बावजूद उन्हें आखिरी समय में रिप्लेस कर दिया गया। यह सिलसिला चलता रहा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।
एक इंटरव्यू में सुनील ग्रोवर ने बताया था कि वो एक टीवी शो के लिए सिलेक्ट हो गए थे, लेकिन शूटिंग वाले दिन वक्त पर सेट नहीं पहुंच सके। इस वजह से प्रोड्यूसर ने उन्हें शो से निकाल दिया। उस दिन सुनील को पहली बार अहसास हुआ कि मुंबई में मेरे जैसे हजारों लोग हैं, लेकिन वही टिकता है जो गिरकर दोबारा खड़ा हो जाता है।
इस मुश्किल समय में सुनील ने रेडियो की दुनिया में कदम रखा। उन्होंने रेडियो मिर्ची पर 'हंसी के फव्वारे' नाम का एक शो किया, जिसमें वो 'सूद' नाम का मजेदार किरदार निभाते थे। यह शो इतना हिट हुआ कि दिल्ली से शुरू होकर देशभर में सुनाया जाने लगा। यहीं से उनकी किस्मत ने करवट ली।
इसके बाद सुनील ने दोबारा टीवी की ओर रुख किया और छोटे-छोटे रोल्स के बाद उन्हें 'कॉमेडी नाइट्स विद कपिल' में 'गुत्थी' का रोल मिला। यह किरदार उनके करियर का सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट बना। फिर उन्होंने डॉ. मशहूर गुलाटी और रिंकू भाभी जैसे कई यादगार किरदार किए, जो आज भी लोगों को हंसाते हैं।
हालांकि बाद में उनका कपिल शर्मा से विवाद हो गया और उन्होंने शो छोड़ दिया, लेकिन इससे उनकी लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई। सुनील ग्रोवर आज भी लोगों के दिलों में बसते हैं।
सुनील ग्रोवर ने फिल्मों में भी कई तरह के रोल किए हैं। उन्होंने ‘गब्बर इज बैक’, ‘बागी’, ‘भारत’ और ‘जवान’ जैसी हिट फिल्मों में काम किया है। इसके अलावा उन्होंने वेब सीरीज की दुनिया में भी कदम रखा और ‘तांडव’ और ‘सनफ्लावर’ जैसी सीरीज में अपने अभिनय से लोगों को इंप्रेस किया।
शुरुआत में सुनील को कई बार रिजेक्शन मिला, आर्थिक परेशानियां भी रहीं और असफलताएं भी झेलनी पड़ीं। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। मेहनत, आत्मविश्वास और टैलेंट के दम पर उन्होंने एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में अपनी एक मजबूत पहचान बना ली है।
Published on:
02 Aug 2025 06:51 pm