Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कौन है ये एक्ट्रेस, जिसने 6 महीने की बेटी को गोद में लेकर की अपनी फिल्म की पूरी शूटिंग

Shamla Hamza: साउथ एक्ट्रेस शमला हमजा का नाम आज केरल ही नहीं, बल्कि पूरे फिल्म जगत में चर्चा का विषय बन गया है। कभी ये रेडियो पर अपनी आवाज से लोगों का दिल जीतती थीं, लेकिन अब उन्होंने पर्दे पर कमाल कर दिखाया है कि...

2 min read
Google source verification
कौन है ये एक्ट्रेस, जिसने महज 6 महीने की बेटी को गोद में लेकर की पूरी शूटिंग, मिला ये अवॉर्ड

(सोर्स: X @augustinej)

Shamla Hamza: शमला हमजा आज किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। साउथ एक्ट्रेस शमला हमजा का नाम आज केरल ही नहीं, बल्कि पूरे सिनेमा में चर्चा का विषय बन गया है। पलक्कड़ जिले के त्रिथाला की रहने वाली शमला कभी रेडियो पर अपनी आवाज से लोगों का दिल जीतती थीं, लेकिन अब उन्होंने पर्दे पर ऐसा कमाल कर दिखाया है कि सबकी नजरें उन्हीं पर टिक गईं है। बता दें कि फिल्म 'फेमिनिची फातिमा' में उन्होंने एक ऐसी महिला का किरदार निभाया है जो घर की चार दीवारों में सिमटी है लेकिन भीतर एक तूफान लिए बैठी है।

6 महीने की बेटी को गोद में लेकर की पूरी शूटिंग

दरअसल, शमला हमजा ने 'फेमिनिची फातिमा' की शूटिंग उस समय की जब उनकी बेटी सिर्फ 6 महीने की थी, लेकिन उन्होंने अपने मां होने की जिम्मेदारी को कभी बोझ नहीं बनने दिया और खुद उन्होंने बताया कि शूट के दौरान बच्ची को संभालना चुनौती भरा था। हालांकि, निर्देशक फाजिल मुहम्मद और पूरी टीम ने उन्हें पूरा समय और साथ भी दिया। इस रोल ने उन्हें केरल स्टेट फिल्म अवॉर्ड्स में बेस्ट एक्ट्रेस का सम्मान दिलाया है। साथ ही उनकी एक्टिंग इतनी गहराई और इमोशन से भरी हुई थी कि फैंस उन्हें सिर्फ पर्दे पर ही नहीं, बल्कि अपने आसपास भी महसूस करने लगे है।

वो आगे बताती हैं कि 'थोड़ा मुश्किल जरूर था, लेकिन टीम ने मां होने की अहमियत समझी और हर कदम पर मेरा साथ दिया।' बता दें कि 'फेमिनिची फातिमा' का अर्थ है 'फेमिनिस्ट फातिमा' यानी एक ऐसी महिला जो समाज की नियमों और सोच से ऊपर उठकर अपनी पहचान तलाशती है।

इस फिल्म में शमला हमजा ने फातिमा नाम की महिला का रोल निभाया है। फातिमा एक ऐसी गृहिणी है, जो अपने पति, बच्चों और ससुरालवालों की देखभाल में अपना पूरा जीवन लगा देती है, और उसकी दुनिया परिवार तक सिमटी होती है, लेकिन एक छोटा-सा हादसा उसकी सोच बदल देता है। जब वो समझती है कि उसकी जिंदगी सिर्फ सेवा नहीं, आजादी की भी हकदार है। फिल्म में फातिमा का ये खुद की पहचान तलाशने वाला सफर बहुत ही इमोशनल और सशक्त ढंग से दिखाया गया है।

फातिमा के अंदर के दर्द, सपनों का विद्रोह

शमला हमजा का अभिनय फिल्म में स्वाभाविक कि फैंस उनके रोल से तुरंत जुड़ गए। उन्होंने फातिमा के अंदर के दर्द, सपनों और विद्रोह को बिना किसी ड्रामा के बहुत सच्चाई से पेश किया है। उनके चेहरे की इमोशन, डायलॉग्स की सादगी और हावभाव ने फिल्म को एक नई ऊंचाई दी है, इसी वजह से उन्हें केरल स्टेट फिल्म अवॉर्ड 2025 में बेस्ट एक्टर (फीमेल) का अवॉर्ड मिला है। फिल्म क्रिटिक्स के अनुसार, 'शमला हमजा ने साबित कर दिया है कि सादगी में भी ताकत होती है।'

दरअसल, इस फिल्म को किसी भी OTT प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध नहीं है, लेकिन इसके मेकर्स ने बताया है कि डिजिटल रिलीज जल्द ही होगी। उम्मीद की जा रही है कि इसे नवंबर या दिसंबर 2025 तक किसी OTT प्लेटफॉर्म पर रिलीज कर दिया जाएगा, फिलहाल आप इसे सिनेमाघरों में देख सकते है।