14 अगस्त 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

आईलेट्स में सबसे खऱाब प्रदर्शन पंजाबी भाषा का, मगर विदेश में वे ही सबसे ज्यादा

0 आईलेट्स में सबसे अच्छा प्रदर्शन दक्षिण भारतीयों का, 0 उत्तर भारतीयों की तुलनात्मक कमजोर अंग्रेजी भाषा

आईलेट्स में सबसे खऱाब प्रदर्शन पंजाबी भाषा का, मगर विदेश में वे ही सबसे ज्यादा
आईलेट्स में सबसे खऱाब प्रदर्शन पंजाबी भाषा का, मगर विदेश में वे ही सबसे ज्यादा

बरुण सखाजी. बिलासपुर

Corona के बाद से खुले माहौल में IELTS (International English Language Testing System- इंटरनेशनल इंग्लिश लैंग्वेज टेस्टिंग सिस्टम) में फिर से भारतीयों की भरमार शुरू हो गई है। हाल ही में मंगूश जैसी वेबसाइटों पर जारी आंकड़ों के हिसाब से भारत से IELTS में बैठने वालों में सबसे खराब प्रदर्शन पंजाबी भाषाइयों का है, जबकि अंतरराष्ट्रीय भारतीय समुदाय में सबसे ज्यादा अप्रवासी भारतीयों की संख्या में पंजाबी गुजरातियों के समान आगे हैं। हिंदी भाषियों का प्रदर्शन भी इस परीक्षा में कमजोर है, वहीं दक्षिण भारतीय भाषाओं में सबसे अच्छा प्रदर्शन कन्नड़ का है।

बोलने, सुनने में ठीक लिखने में कमजोर

हिंदी भाषी अभ्यर्थी बोलने, सुनने और पढ़ने में तो अच्छे अंक लाते हैं, लेकिन लिखने में 6 Band Score पर अटक जाते हैं। पंजाबी पढ़ने में सबसे कम Band Score लाते हैं, जबकि सुनने में सबसे अच्छा पाते हैं। दक्षिण भारतीय भाषाओं में कन्नड़ भाषी सबसे आगे हैं। ये सुननेे में 7 से ऊपर IELTS Band Score पर होते हैं, जबकि मराठी सुनने में इनसे ऊपर हैं।

यह करते हैं आयोजन

इसका आयोजन (British Counsel) ब्रिटिश काउंसिल, (IDP) आईडीपी और (Cambridge Assesment) कैंब्रिज असेसमेंट की ओर से संयुक्त रूप से किया जाता है। इसमें शून्य से लेकर 9 Band Score दिए जाते हैं।

इनमें IELTS होना जरूरी

Canada, UK, New Zealand, Australia समेत अनेक देशों में पढ़ाई के लिए यह जरूरी है। इन देशों में कार्यरत 11 हजार से अधिक Companies में और US के 34 सौ Educational Institutes में इसे बतौर पात्रता मान्यता दी जाती है।

Medical वाले ज्यादा सफल

सबसे ज्यादा Medical वाले इस परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करते हैं। Band Score सात से साढ़े आठ का लाने वाले कुल अभ्यर्थियों में 74 फीसद Doctors हैं। Nurses 47 और Dentists 42 फीसद तक सफल होते हैं।

ऐसे होता है यह Test

IELTS में अंग्रेजी पढ़ने, सुनने, लिखने और बोलने की क्षमता देखी जाती है। इसमें नौ Band Score बनाए गए हैं। दो हिस्सों में पहले में 77 फीसद Weightage अकादमिक और बाकी का सामान्य प्रशिक्षण का माना जाता है।


Verson

IELTS में लिखने, सुनने, पढ़ने, बोलने के पैमाने पर Band Score तय होतेे हैं। हिंदी क्षेत्र में अंग्रेजी दूसरी भाषा है और इसका बोलने का चलन शौकिया है। इसलिए भी यह उतनी सशक्त नहीं हो पाती।

- अश्विन सोनार, Teacher, IELTS