अतुल आचार्य
Indian Railways : कैरिज एवं वैगन कारखाना बीकानेर ने रेलवे वैगन में हॉट एक्सेल और बियरिंग जाम की समस्या को दूर करने के लिए एक अनूठा उपकरण विकसित किया है। यह उपकरण डिजिटल माइक्रोस्कोप युक्त कैमरे से लैस है, जिससे बियरिंग की इनर रेस की हाई-टेक जांच की जा सकती है, वह भी बिना उसे तोड़े।
कारखाने के इंजीनियरों की ओर से ईजाद किए गए इस उपकरण में एचडी रेजोल्यूशन वाला कैमरा और बैकलाइट व्यवस्था है। इससे बियरिंग के अंदरूनी हिस्सों विशेषकर ‘इनर रेस’ की बारीकी से जांच संभव हो सकी है। यह उपकरण विशेष रूप से बियरिंग के वियर और टियर (उपकरणों, मशीनों, या संरचनाओं का सामान्य उपयोग के कारण होने वाला घिसाव या टूट-फूट) को पहचानने में मदद करता है।
बीकानेर के इस इनोवेशन को रेलवे की मानक संस्था रिसर्च एंड डिजाइनिंग स्टैंडर्ड ऑर्गेनाइजेशन (आरडीएसओ), लखनऊ ने भी प्रमाणित कर दिया है। इसके बाद भारतीय रेलवे के सभी कारखानों को इसे अपनाने के निर्देश जारी किए गए हैं। बीकानेर का यह नवाचार रेलवे के रख-रखाव और सुरक्षा प्रबंधन में मील का पत्थर साबित हो सकता है।
1- इस उपकरण की मदद से बियरिंग की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार और उनकी सर्विस लाइफ बढ़ेगी।
2- बियरिंग की खराबी के चलते होने वाली दुर्घटनाओं, जैसे आग लगना या पहियों का जाम होना को रोका जा सकता है।
3- हॉट एक्सेल की घटनाओं में कमी आएगी। ट्रेन संचालन में सुरक्षा बढ़ेगी।
4- बिना बियरिंग को तोड़े, बैकलाइट के माध्यम से खामियों की जांच संभव होने से ट्रेन मार्ग में रुकावट नहीं आएगी।
उपकरण तैयार कर इनोवेट किया गया है। इससे बियरिंग की अंदर तक आसानी से जांच हो सकेगी। इसमें बैकलाइट व्यवस्था के साथ एचडी कैमरे को इनोवेट किया गया है। इससे काफी आसानी होगी।
विकास अग्रवाल, मुख्य कारखाना प्रबंधक
Published on:
03 Aug 2025 09:41 am