mp weather update: मध्य प्रदेश में मानसून के तीन माह समाप्त होने जा रहे है और बारिश का आखिरी चरण शुरू हो गया है। सितंबर मानसूत सीजन का अंतिम माह होगा, लेकिन सीजन खत्म होने से पहले ही प्रदेश में मानसूनी बारिश का कोटा लगभग पूरा हो गया है। कोटे के लिए लिहाज से मात्र आधा इंच बारिश की जरूरत है। मानसून सीजन में प्रदेश में बारिश का कोटा 949.5 मिमी है, जबकि अब तक 936 मिमी बारिश हो चुकी है। आगे भी बारिश की उम्मीद है। अब तक की स्थिति देखी जाए तो प्रदेश में सामान्य से 23% ज्यादा बारिश हुई है। (monsoon alert)
ग्वालियर, भिंड, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, विदिशा, सीहोर, सागर, रायसेन, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल, खंडवा, बुरहानपुर, नीमच, मंदसौर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, मंडला और बालाघाट जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार यहां अगले 24 घंटे में ढाई से साढ़े 4 इंच तक बरसात हो सकती है। (heavy rain warning)
मौसम विज्ञानी अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया, प्रदेश में अभी दो तीन दिन बारिश की गतिविधियां जारी रहेगी। अभी मानसून ट्रफ सिवनी से होते हुए जा रही है। जो सिस्टम बने है उसके हिसाब से खासकर दक्षिण हिस्से में दो से तीन दिन बारिश की स्थिति रहेगी कुछ स्थानों पर भारी बारिश की स्थिति भी रह सकती है वहीं पूर्वी मप्र में बारिश कम रहेगी। भोपाल में भी भारी बारिश की संभावना फिलहाल कम है। (heavy rain warning)
मानसून सीजन 1 जून से 30 सिंतबर तक माना जाता है। प्रदेश में मानसून सीजन में कुल बारिश का कोटा 941 मिमी का है। इसी प्रकार हर जिले में बारिश का अलग-अलग कोटा निर्धारित किया गया है। अब तक की स्थिति देखी जाए तो सिर्फ 11 जिलों में बारिश सामान्य से कम हुई है, शेष स्थानों पर सामान्य से अधिक बारिश हुई है। अभी सितंबर माह में भी बारिश की संभावना रहेगी।
मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला का कहना है सितंबर माह में भी वर्षा नहीं होती फिर भी मध्य प्रदेश में इस बार वर्षा की स्थिति सामान्य रहेगी। वर्षों के वितरण की जहां तक बात है उत्तरी हिस्से में ग्वालियर चंबल सागर और रीवा संभाग आते हैं अच्छी वर्षा हुई है जो सामान्य से अधिक है, जबकि मालवा एवं निमाड़ क्षेत्र में सामान्य या उससे कम वर्षा हुई है। (monsoon alert)
नदी-नाले में बहे दो लोगों के शव मिले - खरगोन जिले में मूसलाधार बारिश से नदी-नाले उफने, शहर पानी-पानी हो गया। मांगरूल रोड पर भिक्या नाले में शुक्रवार रात बहे हरिराम पिता कालू (50) का शव शनिवार को रपटे से 500 मीटर दूर दलदल में फंसा मिला। भीकनगांव के ग्राम सेल्दा की रूपारेल नदी में शनिवार को शिवराम मथुरालाल भील (42) डूबा। उसका शव देर शाम नदी तल से निकाला।
पुल बहे, खेत उजड़े- बड़वानी जिले में शुक्रवार रात हुई तेज बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। नदी किनारे बना पुल भी क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे यातायात पूरी तरह बंद हो गया है। ओझर-जुलवानिया मार्ग पर कोलिया, खोडरी और नवलपुरा के नाले सड़क के ऊपर से बहने लगे।
Published on:
31 Aug 2025 08:23 am