Imd rain alert: एमपी के कई जिलों में भारी बारिश का दौर चालू है। वहीं मानसून की बेरूखी सीहोर जिले के लिए चिंता का विषय बन रही है। पड़ौसी जिलों में तेज वर्षा से बाढ़ के हालात बन रहे हैं, वहीं सीहोर में अभी सीवन नदी भी सूखी पड़ी है। जिले में पिछले साल से 12.3 मिलीमीटर कम बारिश रिकॉर्ड की गई है। हालांकि, मौसम विशेषज्ञ अगस्त और सितंबर के अंत तक औसत बारिश का कोटा पूरा होने की बात कह रहे हैं, लेकिन अभी तो बारिश के आंकड़े चिंता का विषय बने हुए हैं।
जानकारी के अनुसार पिछले साल एक जून से 2 जुलाई तक औसत बारिश 658.6 मिमी रिकॉर्ड की गई थी, इस साल यह आंकड़ा 646.3 मिलीमीटर तक ही पहुंचा है। सीहोर, श्यामपुर, आष्टा, जावर, इछावर तहसील में पिछले साल से कम बारिश हुई है। नर्मदा तटीय बुदनी, भैरुंदा, रेहटी में बारिश की स्थिति अच्छी है, इन तीन तहसील में पिछले साल से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है। मौसम विशेषज्ञ का कहना है कि अगस्त, सितंबर महीने के अंत तक जिले में औसत बारिश का कोटा पूरा हो जाएगा।
मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि अभी साइक्लोनिक सर्कुलेशन और टर्फ मध्य प्रदेश के ऊपर है। आगे 24 घंटे बाद सिस्टम का असर प्रदेश में देखने को मिल सकता है। ,5,6 4 अगस्त को प्रदेश में एक बार फिर से 31 जिलों में भारी बारिश का दौर शुरू हो सकता है। जुलाई महीने में सिस्टम एक्टिव रहा, लेकिन सीहोर जिले में इसका असर कम देखने को मिला है। जिला मुख्यालय की सीवन नदी भी अभी सूखी ही पड़ी है, सीवन नदी की धार चालू नहीं हुई है। सीजन में शहर की लाइफ लाइन सीवन नदी में सिर्फ एक बार चद्दर पुल स्टॉपडैम ओवरफ्लो हुआ है।
मौसम विभाग ने ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, शिवपुरी, दतिया, निवाड़ी, टीकमगढ़ और छतरपुर में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं अशोकनगर, गुना,रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, मऊगंज, मैहर, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, सागर, दमोह, पन्ना में हल्की से मध्यम बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
Published on:
03 Aug 2025 04:16 pm