
फोटो सोर्स: पत्रिका
World Stroke Day 2025: बीपी, डायबिटीज की बीमारी की अनदेखी, नियमित रूप से दवाइयां नहीं लेना, खान-पान में परहेज नहीं करना और धूम्रपान ब्रेन स्ट्रोक का कारण बन रहा है। कुछ लोग समय पर इलाज के बाद स्वस्थ हो जा रहे हैं, तो कई केस में जान बच जाने पर भी लोग नि:शक्त हो जा रहे हैं।
कई पीड़ितों की जान भी जा रही है। विशेषज्ञों के अनुसार पीड़ितों को दवाइयां नियमित लेना चाहिए। शरीर के किसी अंग में अचानक कमजोरी महसूस हो, कोई अंग सुन्न पड़ने लगे, बोलने में अस्पष्टता या असमर्थता हो, तो ये लक्षण ब्रेन स्ट्रोक के हो सकते हैं। ऐसे में विशेषज्ञ चिकित्सक से तुरंत जांच कराएं।
-ब्रेन स्ट्रोक होने पर झाड़-फूंक के चक्कर में नहीं पड़ें
-अस्पताल जाने में देर नहीं करें
-मनमानी दवाई नहीं लें
-चिकित्सा से आराम लगने पर भी आहार संतुलित रखें
-54 वर्षीय इंजीनियर चक्कर आने से कंस्ट्रक्शन साइट में गिर गए। चेहरा अकड़ने लगा। साथी कर्मचारी उन्हें अस्पताल ले गए। जांच में पता लगा कि ब्रेन स्ट्रोक हुआ है। 15 दिन अस्पताल में भर्ती रहने के बाद स्वास्थ्य में सुधार हुआ। वे सप्ताहभर से बीपी की दवा नहीं ले रहे थे। उसके बाद ब्रेन स्ट्रोक हुआ।
-गोरखपुर निवासी 48 वर्षीय महिला घर में खाना बनाने के दौरान बेहोश हो गईं। परिजन उन्हें निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। चिकित्सकों ने बताया ब्रेन स्ट्रोक आया है और वे कोमा में हैं। चार दिन भर्ती रहने के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। महिला बीपी व डायबिटीज से पीड़ित थीं। वे नियमित दवा नहीं लेती थीं।
Published on:
29 Oct 2025 04:51 pm
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