illegal mining: कटनी की विजयराघवगढ़ सीट से भाजपा विधायक संजय पाठक की मुश्किलें अब बढ़ने लगी हैं। पाठक से जुड़ी जिन फर्मों ने जबलपुर जिले के सिहोरा में तय सीमा से अधिक उत्खनन किया। सरकार ने जांच कराने के बाद उन पर 443 करोड़ रुपए की पेनल्टी लगाई है। पेनल्टी, जीएसटी और ब्याज के साथ उत्खनन करने वाली फर्मों को 800 करोड़ से ज्यादा की रकम चुकानी पड़ेगी।
विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे और कांग्रेस विधायक अभिजीत शाह के सवाल पर सरकार ने जवाब में यह जानकारी दी है।भाजपा विधायक संजय पाठक (BJP MLA Sanjay Pathak) की फर्मों के अवैध खनन करने का मामला और सरकार की लगाई पेनाल्टी को पत्रिका ने 20 जुलाई को ही प्रमुखता से प्रकाशित किया। 28 जुलाई के अंक में यह भी सवाल उठाए कि इस मामले पर सदन में चर्चा होगी या नहीं? (mp news)
443 करोड़ की पेनल्टी लगने वाली दो फर्म मेसर्स आनंद माइनिंग कार्पोरेशन और निर्मला मिनरल्स में विधायक संजय पाठक की मां निर्मला पाठक और बेटा यश पार्टनर है। पैसिफिक एक्सपोर्ट फर्म के सीईओ जेपी अग्रवाल हैं। इसमें भी संजय पाठक की 50 प्रतिशत हिस्सेदारी है। (mp news)
सरकार ने बताया, सिहोरा तहसील में मेसर्स आनंद माइनिंग कॉर्पोरेशन, निर्मला मिनरल्स और पैसिफिक एक्सपोर्ट ने स्वीकृत सीमा से अत्यधिक उत्खनन के बाद भी सरकार को 1000 करोड़ रुपए जमा नहीं किए। इसकी शिकायत आशुतोष मनु दीक्षित ने 31 जनवरी 2025 को आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ (EOW) में की।
मंत्री काश्यप ने कहा, शिकायत पर खनिज विभाग ने 23 अप्रेल 2025 को जांच के लिए कमेटी बनाई। कमेटी ने 6 जून 2025 को दी रिपोर्ट में 443 करोड़ वसूली का प्रतिवेदन दिया। इस मामले में आगे कार्रवाई की जा रही है। बता दें इस राशि में 18 प्रतिशत जीएसटी समेत ब्याज के साथ वसूली होगी यानी, कुल रकम 800 करोड़ रुपए से ज्यादा होगी।
Published on:
06 Aug 2025 08:12 am