बनास नदी में मातृकुंडिया बांध से पानी छोड़ने के साथ भीलवाड़ा के प्रोसेस हाउस इकाइयों की ओर से काला व केमिकल्स युक्त पानी छोड़ने का मामला सामने आया। इस मामले को लेकर राजस्थान पत्रिका के शनिवार के अंक में ’’भीलवाड़ा की बनास नदी में फिर बहा काला जहर’’ शीर्षक से समाचार को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया। इसे राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने गंभीरता से लेते हुए क्षेत्रीय अधिकारी दीपक धनेटवाल ने शनिवार को जितेंद्रसिंह मीणा को मौके पर भेजकर नमूने लेने के निर्देश दिए। इस पर मीणा बड़लियास स्थित बैडच नदी, आकोला तथा महेशपुरा से सोलंकियों का खेड़ा मार्ग पर बहने वाली बनास नदीं से दूषित पानी के नमूने लिए।
धनेटवाल ने बताया कि इस पानी की लैब में जांच की जाएगी। पानी में गड़बड़ी पाए जाने पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है कि बनास नदी में पानी आने के साथ ही कुछ प्रोसेस हाउस इकाइयां अपने ईपीटी प्लांट का दूषित पानी नदी में छोड़ देते हैं। काला पानी जिला मुयालय से 35 किलोमीटर दूर सोलंकियों का खेडा रेण, गेंदलिया गांव से आगे तक पहुंच गया है।
Published on:
03 Aug 2025 09:11 am