सारस्वत सखी मंडल के तत्वावधान में रविवार को नगर निगम सभागार में आयोजित अंतरराज्यीय तीज महोत्सव में महिलाओं ने अपनी संस्कृति, परंपराओं और उत्सवधर्मिता का जीवंत प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में राजस्थान, मध्यप्रदेश और गुजरात के विभिन्न जिलों से आई 350 से अधिक महिलाओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सुनीता ओझा ने कहा कि तीज जैसे पारंपरिक त्योहार महिलाओं के सशक्तीकरण और सामाजिक एकता का माध्यम है। उन्होंने सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन की आवश्यकता पर बल दिया और आयोजन को सार्थक बनाने के लिए सभी से जागरूकता लाने की अपील की। सुनीता ने कहा कि परंपरा और संस्कृति केवल तीज तक सीमित नहीं, यह स्त्री शक्ति और आत्मसम्मान का प्रतीक है। हर महिला एक प्रेरणा है।
आकर्षण का केंद्र बनीं ये प्रस्तुतियां
सारस्वत सखी मंडल की ओर से आयोजित कार्यक्रम में सामूहिक नृत्य, सत्तू सजाओ प्रतियोगिता, मिसेज तीज और मिसेज सावन प्रतियोगिता तथा रंगारंग नाट्य प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया।
प्रतियोगिताओं में विजेताओं का जलवा
सामूहिक नृत्य प्रतियोगिता में जयपुर की टीम प्रथम तथा चित्तौड़गढ़ की टीम द्वितीय रही। सत्तू सजाओ प्रतियोगिता में पहला स्थान - चित्तौड़गढ़ व अजमेर। दूसरा स्थान - रतलाम तथा तीसरा स्थान मंदसौर का रहा। मिसेज सावन प्रतियोगिता में चित्तौड़गढ़, जयपुर, उदयपुर की टीमों ने क्रमशः प्रथम, दिव्तीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया।
हर महिलाओं एक पौधा
मंच से उपाध्यक्ष अनीता जोशी, सचिव तृप्ति ओझा, कोषाध्यक्ष सुनीता ओझा एवं सांस्कृतिक मंत्री प्रेम भांडिया ने सभी सखियों का आभार जताया और इस भव्य आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी का आभार जताया। समारोह में बाहर से आई महिलाओं का अभिनंदन किया गया। इस आयोजन न केवल तीज महोत्सव को सांस्कृतिक मंच पर जीवंत किया, बल्कि सामाजिक एकता और महिला नेतृत्व को भी मजबूती दी। पर्यावरण को बेहतर बनाने के लिए सखी मंडल की ओर से सभी महिलाओं को एक पौधा और एक पॉट स्मृति चिह्न के रूप में वितरित किए।
Published on:
03 Aug 2025 09:09 pm