राज्य के माध्यमिक शिक्षा विभाग ने बोर्ड परीक्षाओं में लगातार खराब प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों पर शिकंजा कसते हुए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है। निदेशालय बीकानेर की ओर से जारी नोटिस में स्पष्ट कहा गया है कि कक्षा 10वीं व 12वीं के परिणाम लगातार न्यून रहने पर संबंधित शिक्षकों को 10 दिन में स्पष्टीकरण देना होगा। यह कार्रवाई 2023-24 सत्र के बाद की गई, जहां कई शिक्षकों के विषयों में परिणाम विभागीय औसत से काफी नीचे रहे। विभाग का मानना है कि स्कूलों में कार्यरत रहते हुए शिक्षकों की ओर से अध्यापन कार्य में लापरवाही बरती गई है। इसके कारण परिणाम प्रभावित हुए हैं।
जवाब नहीं देने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई तय
शिक्षा निदेशक सीताराम जाट की ओर से भेजे नोटिस में कहा गया है कि यदि निर्धारित समय में स्पष्टीकरण प्रस्तुत नहीं किया तो उनके विरुद्ध राजस्थान सेवा नियमों की धारा 17 के तहत अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इसमें निलंबन तक की कार्रवाई भी शामिल हो सकती है।
राजकीय स्कूलों की गुणवत्ता पर सवाल
विभाग की इस कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि अब शिक्षक परिणामों के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार माने जाएंगे। राज्य सरकार सरकारी स्कूलों की गुणवत्ता सुधारने को लेकर पहले ही गंभीर है। अब लगातार खराब परिणाम देने वाले शिक्षकों की जवाबदेही तय की जा रही है। नोटिस में शिक्षकों से स्पष्ट रूप से जानकारी मांगी गई है कि उन्होंने किन वर्षों में किस विद्यालय में, किस विषय का अध्यापन किया तथा उस दौरान परीक्षा परिणाम किस श्रेणी में रहा। साथ ही 5 वर्षों के परिणामों की विस्तृत सारणी भी मांगी गई है।
लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी
सरकारी स्कूलों के परीक्षा परिणामों पर गंभीरता से नजर रखी जा रही है। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
- रामेश्वर प्रसाद जीनगर, सीबीईओ सुवाणा
नोटिस में शिक्षकों से यह मांगा विवरण
Updated on:
02 Aug 2025 09:08 am
Published on:
02 Aug 2025 09:07 am