Bhilai News: देश की सबसे बड़ी इस्पात उत्पादक कंपनी स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) रक्षा स्वदेशीकरण प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। सेल ने भारतीय नौसेना के दो महत्वपूर्ण जहाजों, आईएनएस ‘अजय’ और आईएनएस ‘निस्तार’ के लिए विशेष इस्पात की आपूर्ति की है। इन दोनों जहाजों में से आईएनएस अजय को गार्डन रीच शिपबिल्डर्स व इंजीनियर्स लिमिटेड (जीआरएसई) ने और आईएनएस निस्तार को हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड (एचएसएल) ने पिछले महीने ही लॉन्च किया है।
बीएसपी प्रबंधन से मिली जानकारी के अनुसार आईएनएस अजय के लिए सेल ने जरूरत की पूरी डीएमआर ग्रेड स्टील प्लेट्स की आपूर्ति की है। यह प्लेट्स उच्च-गुणवत्ता वाले इस्पात पोत की संरचनात्मक मजबूती और स्टील्थ क्षमताओं के लिए काफी अहम है। आईएनएस गार्डन रीच शिपबिल्डर्स व इंजीनियर्स लिमिटेड (जीआरएसई) से निर्मित आठवां और अंतिम स्वदेशी एंटी-सबमरीन वारफेयर शैलो वाटर क्राफ्ट है।
सेल ने हाल ही में कमीशन किए गए आईएनएस निस्तार के लिए विशेष ग्रेड प्लेट्स की जरूरत की पूरी मात्रा की सप्लाई की है। आईएनएस निस्तार भारत का पहला स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित डाइविंग सपोर्ट वेसल है। हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड से कमीशन की गई आईएनएस निस्तार, पनडुब्बी बचाव कार्यों, गहरे समुद्र में गोताखोरी और निरंतर गश्त में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए तैयार है। स्तिार की खासियत की बात करें तो यह 118 मीटर लंबा और 10 हजार टन वजनी जहाज है, जो समुद्र में गहराई तक जाने में मदद करने वाले उपकरणों से लैस है।
इसकी मदद से 300 मीटर तक समुद्र की गहराई में जाया जा सकता है। यह जहाज डीएसआरवी के लिए मदर शिप का काम करता है। अगर किसी पनडुब्बी में कोई आपात स्थिति आती है तो मरम्मत कार्य या बचाव कार्य के लिए जवानों को एक हजार मीटर की गहराई तक उतारा जा सकता है।
बीएसपी प्रबंधन ने इस बात पर खुशी जताई है कि सेल-बीएसपी भारत की नौसैनिक शक्ति को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस्पात के प्रत्येक टन के साथ, सेल भारत की समुद्री तत्परता और रक्षात्मक भरोसे की नींव को निरंतर सुदृढ़ कर रहा है।
Updated on:
05 Aug 2025 09:13 am
Published on:
05 Aug 2025 09:12 am