राजस्थान के भरतपुर जिला कलक्ट्रेट कार्यालय परिसर में स्थित एसडीएम कार्यालय के सामने बने बरामदे की छत का प्लास्टर सोमवार को भरभरा कर गिर गया। इससे एकबारगी यहां हड़कंप मच गया। बरामदे में बैठे अधिवक्ता बाल-बाल बचे। एडीएम सिटी ने मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का मौका मुआयना किया और भवन की जांच के लिए मौके पर पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को बुलाकर निरीक्षण कराया।
जिला कलक्ट्रेट परिसर के भवनों की छत क्षतिग्रस्त है। अधिवक्ताओं ने चेताया है कि इससे आगे भी यहां हादसा हो सकता है। एडवोकेट बृजेंद्र बिहारी शर्मा ने बताया कि जिला कलक्ट्रेट परिसर स्थित आरआर वन कोर्ट के सामने मेरा चैंबर है। मैं और क्लाइंट बैठे हुए थे। अचानक ऊपर से छत से प्लास्टर का टुकड़ा हमारे ऊपर आकर गिरा। इससे हम बाल-बाल बचे।
उन्होंने कहा कि पूर्व में उच्चधिकारियों को जर्जर भवन के बारे में अवगत कराया जा चुका है, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। जर्जर भवनों को लेकर के तमाम खबरें सामने आ रही हैं। अधिकारियों ने जर्जर भवनों की सूची भी मांगी है, लेकिन खुद जिला कलक्टर भवन के परिसर की हालत किसी से छुपी नहीं है।
एडीएम सिटी राहुल सैनी ने कहा कि पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों से बिल्डिंग की जांच कराई जाएगी। यदि यह बिल्डिंग कंडम होगी तो तुड़वाई जाएगी नहीं तो मरम्मत कराकर ठीक कराया जाएगा। मौके पर सिविल डिफेंस के कर्मचारियों ने सुरक्षा को देखते हुए रस्सी बांधकर रास्ते को बंद करा दिया। सिविल डिफेंस टीम ने यहां से मलबे को हटाने की कार्रवाई की। एसडीएम कार्यालय के आगे बरामदे में करीब 35 अधिवक्ता कार्य करते हैं। इन्हें बरामदे से हटाकर साइकिल स्टेंण्ड की ओर शिफ्ट किया है।
जिला कलक्ट्रेट परिसर स्थित इस गैलरी में औद्योगिक अधिकार एवं श्रम विभाग का कार्यालय, राजस्व अपील अधिकारी, डबल आर फर्स्ट व सेकेंड के साथ ही एसडीएम कार्यालय चलता है। गनीमत यह रही छत का प्लास्टर गिरने के दौरान कोई सीधे तौर पर नीचे नहीं था।
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अधिवक्ता सोनीराम शर्मा एवं दिनेश ने बताया कि छह से गिरते प्लास्टर को लेकर शिकायत की थी। वहीं बार एसोसिएशन के प्रवक्ता अधिवक्ता हेमराज की ओर से जिला कलक्टर को बरामदे से पानी टपकने, छत की मोरिया ब्लॉक होने और छत से पानी टपकने को लेकर 30 जुलाई को शिकायत की थी, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई।
Published on:
04 Aug 2025 06:43 pm