Betul News : मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के अंतर्गत आने वाले चिचोली ब्लाक आलमगढ़ के पास बोढ रैयत गांव में एक गर्भवती महिला को नदी में बाढ़ होने की वजह से बैलगाड़ी में बैठाकर नदीं पार कराई गई है। बताया जा रहा है कि, यहां लंबे समय से ग्रामीणों द्वारा प्रशासन से पुल बनाने की मांग की जा रही है, लेकिन प्रशासन की उदासीनता का खामियाजा हर बार ग्रामीणों को ही भुगतना पड़ रहा है। बारिश के दिनों में नदी पार करने के लिए ग्रामीणों को जान जोखिम में डालकर नदीं पार करनी पड़ती है।
जयस संगठन के कार्यकर्ता ग्राम दूधिया में रहने वाले सुनील करोचे ने बताया कि, बोढरैयत ग्राम पंचायत के अंतर्गत पटेल ढाना और गौली ढाना आता है। दोनों के बीच में भाजी नदी पड़ती है। गौली ढाना के लोगों को पटेल ढाना आने के लिए नदी पार करनी पड़ती है। यहां नदी पार करने के लिए एक पुल तक नहीं है।
पटेलढाना पहुंचने और कुछ कच्चा मार्ग तय करने के बाद ग्रामीण बैतूल-इंदौर स्थित हाईवे पर ग्राम आजमगढ़ पहुंचते है, फिर यहां से चिचोली जाते हैं। ग्रामीणों के अनुसार, रविवार सुबह गौलीढाना की एक प्रसूता सुनीता उइके को प्रसव पीड़ा हुई, जिसके बाद एंबुलेंस आई थी, लेकिन बीच में भाजी नदी होने और इसमें बाढ़ होने से ग्रामीणों ने महिला को बैलगाड़ी में लेटाकर मजबूरन दो-दो जानों पर खेलते हुए नदी पार कराई गई। यहां से फिर एंबुलेंस की सहायता से महिला को अस्पताल पहुंचाया गया।
बताया जा रहा है कि, यहां पुल की मांग को लेकर पहले भी ग्रामीण कई बार विरोध प्रदर्शन कर चुके हैं, लेकिन जिम्मेदार किसी शर्त पर भी हमारी गुहार नहीं सुन रहे हैं और ग्रामीणों की व्यथा पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। इस वजह से ग्रामीणों को बारिश के दिनों में जान जोखिम में डालकर नदी पार करनी पड़ती है। वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी इसे लेकर सरकार पर हमला बोला है।
Published on:
28 Jul 2025 01:46 pm