Lip Care Routine: चेहरे की चमक बढ़ाने के लिए हम ढेरों प्रोडक्ट्स, हेयर ट्रीटमेंट और मेकअप टिप्स अपनाते हैं। लेकिन इसके बीच अपने होंठों की देखभाल करना भूल जाते हैं। लेकिन आपके होंठों की सॉफ्टनेस और हेल्थ भी उतनी ही जरूरी है। होंठ शरीर का सबसे नाजुक हिस्सा होते हैं, जहां न तो पसीने की ग्रंथियां होती हैं और न ही नेचुरल ऑयल प्रोडक्शन। ऐसे में अगर उनकी सही देखभाल न की जाए, तो वे फटने, डार्क होने या हमेशा ड्राय रहने लगते हैं। अगर आप भी अपने लिप्स को हेल्दी और खूबसूरत रखना चाहते हैं तो अपनाएं ये टिप्स।
रोजाना सिर्फ लिप बाम लगा लेना काफी नहीं है। होंठों को सही तरीके से क्लीन, एक्सफोलिएट और प्रोटेक्ट करना जरूरी है ताकि वे हमेशा हाइड्रेटेड, नरम और सुंदर बने रहें। खासतौर पर अगर आप लिपस्टिक या ग्लॉस लगाती हैं, तो होंठों का हेल्दी रहना बेहद जरूरी है।
दिनभर की धूल, पसीना या लिपस्टिक के अवशेष होंठों पर रह सकते हैं। इसलिए सबसे पहले उन्हें साफ करें आप कॉटन पैड और माइसेलर वॉटर का इस्तेमाल कर सकती हैं।
हफ्ते में 1-2 बार लिप स्क्रब या सॉफ्ट टूथब्रश से होंठों की डेड स्किन हटाएं। इससे होंठों पर प्रोडक्ट्स बेहतर तरीके से बैठते हैं और स्मूदनेस बनी रहती है।लेकिन ध्यान रहे, अगर होंठ फटे हुए हैं, तो स्क्रब न करें।
दिन में कई बार विटामिन E, शीया बटर, कोकोआ बटर या सेरामाइड्स वाला लिप बाम लगाएं। ये होंठों को रिपेयर, मॉइस्चराइज और प्रोटेक्ट करते हैं। रात को सोने से पहले मोटी परत लगाएं ताकि होंठ नमी से भरपूर, मुलायम और प्लंप रहें।
धूप सिर्फ त्वचा को ही नहीं, बल्कि होंठों को भी नुकसान पहुंचाती है। इसलिए दिन में बाहर निकलते वक्त SPF 15 या उससे अधिक वाला लिप बाम जरूर लगाएं।
जब होंठों पर अपनी पसंदीदा लिपस्टिक लगाएं तो ऐसे प्रोडक्ट चुनें जो सिर्फ रंग ही नहीं, बल्कि होंठों की देखभाल भी करें, जैसे विटामिन्स या कोकोनट वॉटर वाले हाइड्रेटिंग लिप ग्लॉस।
-रोजाना 7-8 गिलास पानी जरूर पियें क्योंकि हाइड्रेशन अंदर से भी जरूरी है।
-सही इंग्रेडिएंट्स चुनें जैसे Hyaluronic Acid, Vitamin E, Plant-based oils वाले लिप बाम।
-ब्राइट लिप कलर ट्राई करें, बोल्ड शेड्स न सिर्फ स्टाइलिश लगते हैं, बल्कि होंठों को चाटने या छूने से भी रोकते हैं।
-होंठों को चाटने की आदत छोड़ें, ये उन्हें और ज्यादा ड्राय बनाता है।
-पीलिंग या बाइटिंग से बचें, इससे स्किन डैमेज होती है और डार्कनेस आ सकती है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Published on:
06 Aug 2025 01:44 pm