जयपुर जिले में महात्मा गांधी नरेगा (मनरेगा) के श्रमिकों के लिए एक नई पहल की शुरुआत हुई है। अब मनरेगा श्रमिक सिर्फ काम नहीं करेंगे, बल्कि पढ़ना-लिखना भी सीखेंगे। ‘नरेगा आखर अभियान’ नामक इस नवाचार की शुरुआत जिला कलक्टर द्वारा की गई है। इस पहल की खास बात यह है कि इसका संचालन महिला मेट करेंगी, जो अपने साथ कार्यरत श्रमिकों को बुनियादी शिक्षा प्रदान करेंगी। यह अभियान उन श्रमिकों के लिए विशेष रूप से उपयोगी साबित होगा, जो अपनी दैनिक जरूरतों को पूरा करने में व्यस्त रहने के कारण औपचारिक शिक्षा से वंचित रह जाते हैं। नरेगा आखर अभियान उनके कार्यस्थल पर ही उन्हें पढ़ाई का अवसर देगा। अभियान के तहत महिला मेटों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि वे श्रमिकों को साक्षर बनाने में सक्षम हो सकें। यह पहल महिला मेटों को नेतृत्व की भूमिका में लाकर उन्हें भी सशक्त बनाएगी।
काम के साथ पढ़ाई
श्रमिक अपने काम के दौरान, लंच ब्रेक में या काम के तुरंत बाद पढ़ाई कर सकेंगे। इससे उनकी मजदूरी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। अभियान का मुख्य उद्देश्य श्रमिकों को बुनियादी साक्षरता प्रदान करना है, जिससे वे हस्ताक्षर करना, छोटी गणनाएं करना और रोजमर्रा की भाषा समझ सकें।
आत्मविश्वास और जागरूकता में वृद्धि
साक्षरता से श्रमिकों में आत्मविश्वास बढ़ेगा और वे सरकारी योजनाओं एवं अपने अधिकारों के प्रति अधिक जागरूक हो पाएंगे। इससे उनका सामाजिक सशक्तीकरण भी होगा। यह पहल मनरेगा को रोजगार योजना से आगे ले जाकर एक सामाजिक बदलाव का माध्यम बनाएगी।
प्रशिक्षण शिविर और मास्टर ट्रेनर
हाल ही में जिला स्तर पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया, जिसमें ब्लॉक के अधिकारी, शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि, ग्राम विकास अधिकारी, कनिष्ठ सहायक और महिला मेटों ने भाग लिया। अब ये प्रतिभागी 17 जुलाई को होने वाले ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर की भूमिका निभाएंगे।
छह माह तक चलेगा साक्षरता प्रशिक्षण
-यह कार्यक्रम 1 जुलाई से 30 नवंबर तक चलेगा।
-पहले माह में आधार पहचान और हस्ताक्षर का ज्ञान दिया जाएगा।
-दूसरे माह में गणना और दैनिक जीवन में उपयोगी भाषा कौशल पर ध्यान दिया जाएगा।
-तीसरे और चौथे माह में बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक मूल्यांकन टेस्ट होगा।
-जो श्रमिक मूल्यांकन में अनुत्तीर्ण होंगे, उन्हें दोबारा प्रशिक्षण दिया जाएगा। उत्तीर्ण श्रमिकों को साक्षरता प्रमाण पत्र प्रदान किया जाएगा।
-पांचवें और छठे माह में उन्हें वित्तीय गणना, बैंकिंग, मोबाइल फोन, ऑनलाइन सेवाएं और ई-गवर्नेंस योजनाओं जैसे पीएमएसबीवाई, पीएमजेजेबीवाई, एपीवाई और पीएमजेडीवाई की जानकारी दी जाएगी।
एक सकारात्मक बदलाव की ओर कदम
‘नरेगा आखर अभियान’ न केवल श्रमिकों को पढ़ना-लिखना सिखाएगा, बल्कि उन्हें एक जिम्मेदार और जागरूक नागरिक बनने की दिशा में भी प्रेरित करेगा। यह पहल जयपुर जिले के लिए सामाजिक परिवर्तन की ओर एक सराहनीय कदम है।
इनका कहना है….
जिला कलक्टर के निर्देश पर मनरेगा श्रमिकों को महिला मेट और शिक्षा विभाग के सहयोग से साक्षर करने की अभिनव पहल शुरू की जा रही है। प्रथम चरण में साक्षर बनाने के बाद श्रमिकों को मोबाइल बैंकिंग समेत अन्य कार्यों में दक्ष किया जाएगा।
ओमप्रकाश गुप्ता, एईएन, पंचायत समिति तूंंगा
Published on:
15 Jul 2025 03:58 pm