Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

विशाल मेगा मार्ट की टैक्स फाइल गायब, तीन माह से नहीं हुई एफआइआर, भड़के नगर आयुक्त अब कर अधीक्षक पर गिरेगी गाज

नगर निगम के टैक्स विभाग की मनमानी लापरवाह कार्यशैली एक बार फिर चर्चा में है। दीपावली से पहले हुई कार्यकारिणी बैठक में जिस ‘टैक्स भ्रष्टाचार’ की गूंज उठी थी, नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य की समीक्षा बैठक में फिर सुनाई दी।

2 min read
Google source verification

बरेली। नगर निगम के टैक्स विभाग की मनमानी लापरवाह कार्यशैली एक बार फिर चर्चा में है। दीपावली से पहले हुई कार्यकारिणी बैठक में जिस ‘टैक्स भ्रष्टाचार’ की गूंज उठी थी, नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य की समीक्षा बैठक में फिर सुनाई दी। विशाल मेगा मार्ट की टैक्स से जुड़ी मूल फाइल तीन माह पहले गुम हो गई थी, लेकिन आज तक उसकी एफआइआर तक दर्ज नहीं कराई गई।

बैठक के दौरान जब नगर आयुक्त ने इस मामले का ब्योरा मांगा तो टैक्स विभाग के अधिकारी और लिपिक निरुत्तर रह गए। इस पर नगर आयुक्त ने कर अधीक्षक मुन्ना राम को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि “यदि एक सप्ताह में एफआइआर दर्ज नहीं हुई तो उनकी संलिप्तता मानकर कार्रवाई की जाएगी।”

‘गुम फाइल’ का मामला फिर गरमाया

नगर निगम के जोन-एक और दो के अंतर्गत आने वाले विशाल मेगा मार्ट की वर्ष 2018-19 की टैक्स फाइल पिछले तीन महीनों से लापता है। नगर आयुक्त ने तीन माह पहले ही एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश दिए थे, लेकिन अब तक विभाग ने कोई कदम नहीं उठाया। इससे नगर आयुक्त का पारा चढ़ गया। उन्होंने मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पी.के. द्विवेदी को मामले की सतर्क अन्वेषण रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं।

म्यूटेशन एक्ट तक नहीं जानते लिपिक

बैठक में जब नगर आयुक्त ने पूछा कि “म्यूटेशन किस एक्ट के तहत होता है?”, तो टैक्स विभाग का एक भी लिपिक जवाब नहीं दे सका। इस पर नाराज नगर आयुक्त ने कहा कि जिन लोगों के भरोसे निगम का सबसे महत्वपूर्ण विभाग चलता है, उन्हें कानून की बुनियादी जानकारी तक नहीं है। उन्होंने सभी लिपिकों को एक सप्ताह के भीतर अधिनियमों का अध्ययन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया और चेतावनी दी कि अगली बैठक में कोई बहाना नहीं चलेगा।

राजस्व निरीक्षकों को तीन दिन की मोहलत

टैक्स वसूली पर भी नगर आयुक्त ने गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि अक्टूबर महीने की वसूली बेहद कम रही है। सभी राजस्व निरीक्षकों को तीन दिन के भीतर बकाया टैक्स की रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया। साथ ही जिन भवनों का जीआईएस सर्वे में नया निर्माण पाया गया है, उनके नोटिस एक सप्ताह में जारी करने को कहा गया।

कर अधीक्षक को वाहन का सही उपयोग करने की हिदायत

नगर आयुक्त ने कहा कि कर अधीक्षक को निगम की ओर से मिला वाहन केवल सैर-सपाटे के लिए नहीं, बल्कि बड़े बकायेदारों से संपर्क कर टैक्स जमा कराने के लिए दिया गया है। यदि वाहन का उपयोग सही उद्देश्य से नहीं हुआ, तो निगम अधिनियम के तहत कार्रवाई होगी।

नगर आयुक्त बोले, अब बख्शा नहीं जाएगा

विशाल मेगा मार्ट की मूल पत्रावली गायब कैसे हुई और एफआइआर में देरी क्यों हुई, इसका जवाब मांगा गया है। यदि एक सप्ताह में रिपोर्ट नहीं मिली तो कर अधीक्षक समेत अन्य जिम्मेदारों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। संजीव कुमार मौर्य, नगर आयुक्त