5 अगस्त 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

संरक्षित पशु के अवशेष मिलने से मचा बवाल, गौरक्षकों ने पुलिस पर लगाया लापरवाही का आरोप, जाने फिर क्या हुआ

भोजीपुरा क्षेत्र में मंगलवार सुबह धिमनी गांव के पास ग्रामीणों ने रोड किनारे तीन बोरियों में भरकर फेंके गए संरक्षित पशु के अवशेष देखे। खाल और मांस के टुकड़े देखकर ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस और हिंदू संगठनों को सूचना दी। मामले की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में तनाव की स्थिति बन गई।

मौके पर मौजूद पुलिस और सड़क पर पड़ी मांस से भरी बोरी (फोटो सोर्स: पत्रिका)

बरेली। भोजीपुरा क्षेत्र में मंगलवार सुबह धिमनी गांव के पास ग्रामीणों ने रोड किनारे तीन बोरियों में भरकर फेंके गए संरक्षित पशु के अवशेष देखे। खाल और मांस के टुकड़े देखकर ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस और हिंदू संगठनों को सूचना दी। मामले की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में तनाव की स्थिति बन गई।

हिंदू संगठनों के नेताओं हिमांशु पटेल, राष्ट्रीय बजरंग दल के जिलाध्यक्ष विवेक गंगवार और आदित्य गंगवार ने घटना की जानकारी सोशल मीडिया मंच 'एक्स' के जरिए पुलिस को दी और तत्काल कार्रवाई की मांग की। सूचना पर धौंराटांडा चौकी प्रभारी संजय कुमार और प्रभारी निरीक्षक भोजीपुरा प्रवीन सोलंकी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।

मौके पर पहुंची पशु चिकित्सा टीम

पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अजय वर्मा भी घटनास्थल पर पहुंचे और बोरियों में भरे मांस के अवशेषों का सैंपल जांच के लिए लेबोरेटरी भेजा। हालांकि इस दौरान पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए गौरक्षक संघ के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया।

अवशेषों को पानी में बहाने पर बवाल

गौरक्षकों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि अवशेषों को संरक्षित मानते हुए दफनाने या संरक्षित तरीके से जांच तक रखने की बजाय पानी में बहा दिया गया, जिससे सबूत नष्ट हो सकते हैं। इस पर चौकी प्रभारी और गौरक्षक नेता मयंक सिंह के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई।

इंस्पेक्टर का बयान

भोजीपुरा इंस्पेक्टर प्रवीन सोलंकी ने बताया कि पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया है। अज्ञात मांस तस्करों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।