कर्नाटक के चिकमंगलूर जिले के एन.आर. पुर तालुक के बालेहोन्नूर में पिछले पांच दिनों में हाथियों के हमलों में दो लोगों की मौत Two people died in elephant attacks in five days के विरोध में विभिन्न किसान संघों और निवासियों ने सोमवार को चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन किया। दुकानें, व्यावसायिक प्रतिष्ठान और शैक्षणिक संस्थान बंद कर लोगों ने हाथियों के आतंक के स्थायी समाधान की मांग की।
बागान मालिकों के संघ ने भी बंद का समर्थन किया। पूरे दिन वाहनों की आवाजाही प्रभावित रही। लोग घंटों जाम में फंसे रहे।वन मंत्री ईश्वर बी. खंड्रे ने सोमवार को अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पीडि़तों के परिवारों को मुआवजा दिया जाएगा और उन्होंने वन अधिकारियों को हाथियों को पकडऩे के निर्देश दिए हैं।
इस बीच, वन विभाग ने क्षेत्र में उत्पात मचाने वाले हाथियों को पकडऩे के लिए अभियान शुरू किया। वन विभाग के आंकड़ों के अनुसार पिछले पांच वर्षों में राज्य में जंगली जानवरों के हमलों में 254 लोगों की मौत हुई है। 2024 और 2025 के बीच, 42 मौतें दर्ज की जा चुकी हैं। इनमें से लगभग 70 प्रतिशत मौतें बाघों, हाथियों और तेंदुओं के हमलों के कारण हुई हैं।
केस-1
चिकमंगलूर के हुइगेरे ग्राम पंचायत के अंदावने जगारा में रविवार शाम एक हाथी ने एक किसान को कुचलकर मार डाला। मृतक की पहचान 64 वर्षीय सबराया गौड़ा के रूप में हुई। लोगों के अनुसार बागान में घुसने के प्रयास में एक हाथी बाड़ से टकराया गया था। हाथी की चिंघाड़ सुन जैसे ही गौड़ा बाड़ के पास पहुंचे हाथी ने उन्हें कुचल कर मार डाला।
केस-2
दावणगेरे जिले के होन्नाल्ली की रहने वाली अनीता की बालेहोन्नूर के पास एक हाथी के हमले में मौत हो गई थी। अनीता एक कॉफी एस्टेट में काम करती थी। अनीता का कथित तौर पर मजदूरों की कॉलोनी जाते समय एक हाथी से सामना हो गया। हाथी ने उस पर हमला कर दिया और अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। घटना 23 जुलाई की है।
Updated on:
29 Jul 2025 05:06 pm
Published on:
29 Jul 2025 05:05 pm