
बालोद. डौंडीलोहारा विकासखंड के ग्राम परसाडीह के किसान अपने खेतों में लिए धान की स्थिति को देखकर चिंतित हैं। वहीं गांव के किसान गोपाल साहू फसल की स्थिति देख रो पड़े। ग्रामीण लाला राम सारथी की माने तो गांव के सैकड़ों किसानों ने लगभग एक हजार एकड़ में धान की फसल ली है। वर्तमान में लगभग 500 एकड़ में ली धान की फसल माहो बीमारी, कीट व्याधि व बारिश की वजह पूरी तरह से खराब हो चुकी है। किसानों को चिंता सताने लगी है कि आखिर फसलों को कैसे बचाएं। लाखों की दवाई का छिड़काव भी कर चुके, लेकिन कोई असर नहीं हुआ।
मंगलवार को आयोजित जनदर्शन में इस गांव के किसानों ने डिप्टी कलेक्टर प्राची ठाकुर को फसल क्षतिपूर्ति राशि व मुआवजा दिलाने की मांग करने ज्ञापन सौंपा है। किसानों की मांग है कि एक बार अधिकारी गांव आएं और फसलों की स्थिति देखें। इस गांव में किसानों को हो रही परेशानियों से कृषि विभाग व जिला प्रशासन अनजान हैं। कोई भी जिम्मेदार अधिकारी यहां नहीं पहुंचा है।
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गांव के प्रकाश साहू ने बताया कि उनके पास कुल 25 एकड़ की खेती है। सभी खेतों में धान की फसल ली है। धान की बोआई व अच्छी बारिश से फसल काफी अच्छी थी, लेकिन 30-40 दिनों में माहो व कीट व्याधि बीमारियों के कारण धान की फसल को पूरी तरह से खराब कर दिया। लगभग 15 एकड़ की फसल पूरी तरह खराब हो चुकी है।
किसान प्रकाश साहू ने बताया कि यह स्थिति सिर्फ मेरे ही खेतों की नहीं है बल्कि गांव के अधिकांश किसानों की है। मेरे खेत में पूरे 25 एकड़ की धान की खेती में लगभग एक लाख से ज्यादा रुपए की दवाई का छिड़काव किया, लेकिन कोई असर नहीं हुआ। फसलों को बचा नहीं पाए।
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गांव के किसान दौलत साहू ने बताया कि उन्होंने अपने दो एकड़ में धान की फसल ली है। एक एकड़ में बिल्कुल धान का उत्पादन नहीं हुआ है। पूरी फसल माहो व बीमारी की चपेट में हैं। सबसे ज्यादा चिंता सभी किसानों की यह है। आखिर कर्ज कैसे चुकाएं।
ग्रामीण भोजराम, सामंत सिंह ने बताया कि फसल बीमा कराया है, लेकिन फसल अब खराब हुई है तो इसका लाभ मिलेगा या नहीं, यह देखना है। फसल बीमा का लाभ किसानों को मिलना चाहिए। किसानों ने कहा कि गांव के पीडि़त किसानों को न्याय नहीं मिला तो किसान बड़ा आंदोलन भी कर सकते हैं।
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ग्राम पंचायत फरसाडीह के सरपंच लाला राम सारथी ने कहा कि किसान बहुत परेशान हैं। शासन-प्रशासन को गंभीरता बरतनी चाहिए। गांव में एक बार टीम भेजें और गांव की फसलों की स्थिति देख पीडि़त किसानों को राहत दें।
कृषि विभाग के उपसंचालक आशीष चंद्राकर ने बताया कि किसानों से जानकारी मिली है कि फसल खराब हो गई है। कृषि विभाग व कृषि विज्ञान केंद्र की टीम को गांव भेजकर पूरी जानकारी मंगाने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
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Updated on:
28 Oct 2025 11:49 pm
Published on:
28 Oct 2025 11:42 pm
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