जिले के ग्रामीण अंचलों और पड़ोसी जिलों में बारिश का क्रम जारी है। बीते 24 घंटे में 11 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। 1 जून से 4 जुलाई तक कुल 206 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई है। यह पिछले साल की तुलना में 47 मिमी अधिक है।
इधर मुसलाधार बारिश से वैनगंगा नदी ऊफान पर आ गई है। इस मानसून के सीजन पर पहली बार गर्रा स्थित छोटा पुल डूबा है। पुल से करीब पांच से छह फीट उपर से पानी तेज गति से प्रवाहित हो रहा है। वैनगंगा नदी के इस विहंगम दृश्य को लेकर शुक्रवार को बड़े पुल पर लोगों की भीड़ रही। लोग इस सीजन पर पहली बार डूबे छोटे पुल और वैनगंगा दी पर सेल्फी लेते नजर आए। शुक्रवार को नेशनल हाईवे 543 पर दंडई नाला उफान पर होने से बालाघाट से लामता, नैनपुर मार्ग भी बंद रहा। जिला मुख्यालय से चलने वाली बसें केवल चांगोटोला तक ही चली। वैनगंगा नदी में जलस्तर बढऩे से परसवाड़ा क्षेत्र में तीनगढ़ी से सकरी पहुंच मार्ग भी बंद होने के समाचार प्राप्त हुए। एसडीएम गोपाल सोनी ने बताया कि दोनों मार्गों पर आवागमन रोकने के लिए ग्राम कोटवार तैनात किए हैं।
परसवाड़ा से लामता सडक़ मार्ग पर काला पानी के समीप एक बरगद के पेड़ गिरने से यहां भी दिनभर आवागमन पूरी तरह बाधि रहा। बताया गया कि सुबह 10 बजे से मार्ग बंद रहा। राहगीर और अवागमन करने वाले यात्री परेशान होते नजर आए। देर शाम तक भी आवागमन बहाल नहीं हो पाया। बताया गया कि पेड़ हटाने लगाए गए हाइड्रा के भी बीच सडक़ में खराब होने से आवागमन पूरी तरह बाधित रहा।
जिले के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश का आंकड़ा अलग-अलग रहा। परसवाड़ा में सबसे अधिक 38 मिलीमीटर, बैहर में 28 मिमी, लालबर्रा में 17 मिमी और बिरसा में 14 मिमी वर्षा दर्ज की गई। वारासिवनी में 5 मिमी, किरनापुर में 3 मिमी और बालाघाट तहसील में 2 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। कटंगी, खैरलांजी और तिरोड़ी तहसील में अभी तक बारिश नहीं हो पाई है।
Published on:
04 Jul 2025 08:00 pm