जिले के बहुचर्चित डबलमनी मामले को लेकर जिस जमींन के क्रय-विक्रय पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रोक लगा रखी है, उस जमींन की पटवारी को गलत जानकारी देकर फर्जी रजिस्ट्री करवा ली गई। शिकायतकर्ता विजय कुमार मिश्रा ने पूरे प्रकरण को लेकर एसपी बालाघाट, उप पंजीयक, थाना प्रभारी लांजी व प्रवर्तन निदेशालय से लिखित शिकायत कर पूरे मामले की जांच व फर्जी रजिस्ट्री में शामिल सभी संलिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है।
विजय मिश्रा के अनुसार बोलेगांव निवासी कोमिन पति धनराज आमाडारे ने अपनी जमींन को ग्राम बिसोनी की भूनेश्वरी पति राजकुमार बेदरे को बेची है। यह वही जमींन है, जिस पर ईडी ने रोक लगा रखी है। पटवारी हल्का नंबर 19/60 लांजी स्थित खसरा नंबर 27/23 रकबा 0.024 हेक्टेयर कुल 240 वर्गमीटर भूमि पर फर्जीवाड़ा किए जाने के आरोप लगाए गए हैं।
शिकायकर्ता मिश्रा ने इस फर्जीवाड़े का प्रमुख सूत्रधार नसीमुद्दीन खान को बताया है। पटवारी इंद्रपाल मड़ावी को गुमराह करते हुए खान ने भूमि का गलत विवरण उपलब्ध कराया और सेवा प्रदाता चंद्रकांत किरनापुरे के माध्यम से मनमुताबिक खसरा नक्शा निकलवा लिया, फिर असली जमींन की जगह दूसरे स्थल की तस्वीरें रजिस्ट्री दस्तावेजों में जोडकऱ फर्जी रजिस्ट्री करवा ली गई।
शिकायतकर्ता विजय मिश्रा का आरोप है कि इस षड्यंत्र में कोमिन आमाडारे, भूनेश्वरी बेदरे, सेवा प्रदाता चंद्रकांत किरनापुरे और गवाह नसीमुद्दीन खान ने मिलकर दस्तावेजों की कूट रचना कर ईडी व राज्य सरकार के प्रतिबंधात्मक आदेशों की अवहेलना की है। पूरे मामले की जांच व दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई है।
वर्सन
भूमि स्वामी कोमिन आमाडारे ने रजिस्ट्री या विक्रय की कोई जानकारी नहीं दी थी, बल्कि नक्शे की मांग लोकसेवा केंद्र में शुल्क अदायगी हेतु की गई थी। यदि मुझे जमींन बिक्री की सूचना दी जाती, तो मै नक्शे में क्रय-विक्रय किए जाने का उल्लेख करता।
इंद्रपाल मड़ावी, पटवारी
उक्त भूमि की रजिस्ट्री मामले में शिकायत प्राप्त हुई है, मेरे द्वारा तहसीलदार और उपपंजीयक को जांच के निर्देश दिए गए हैं, रजिस्ट्री में लगाई गई फोटो में भिन्नता पाए जाने पर थाने में एफआईआर कराकर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
कमलचंद सिंहसार, एसडीएम लांजी
Published on:
26 Jul 2025 03:13 pm