भगवान शिव की आराधना का पवित्र सावन मास 11 जुलाई से शुरू हो गया है। पहले दिन से ही श्रद्धालुओं में खासा उत्साह नजर आ रहा है। जिलेभर के शिवालयों में श्रद्धालु जलाभिषेक करने पहुंच रहे हैं। वहीं सोमवार से कावडिय़ों के पैदल पहुंचकर जलाभिषेक का सिलसिला भी शुरू हो जाएगा। जिले के लांजी स्थित प्रसिद्ध कोटेश्वर धाम में भी सावन मास की धूम नजर आने लगी है। भोलेनाथ के दरबार को फूलों से भव्य सजाया गया है। मंदिर के सेवादारों के अनुसार भगवान शिव के देश में 12 ज्योतिरलिंग व 108 उपज्योतिरलिंग है। लांजी का कोटेश्वर धाम इन्हीं 108 उपलिंगों में से एक है। कारण यहीं है यहां जिले के अलावा बाहर राज्यों के श्रद्धालु भी दर्शन करने पहुंचा करते हैं।
श्रावण मास पर कोटेश्वर धाम में भक्तों का तांता रहेगा। यहां 30 दिवसीय संगीतमय अखंड रामचरित मानस पाठ का आयोजन शुरू हो चुका है। पहले दिन एकल अभियान संच लांजी ने गायत्री मंदिर से मानस यात्रा निकाल कार्यक्रम स्थल पहुंची। इसके बाद रामचरित मानस पाठ प्रारंभ किया गया। कोटेश्वरी मंदिर के पुजारी उदित गोस्वामी ने बताया की मंदिर में प्रतिदिन की तरह भगवान महादेव के पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कर बाबा का रूद्राभिषेक किया जा रहा है। इस अवसर पर काशी से पहुंचे ब्राम्हणों का आगमन हुआ है। वे प्रतिदिन पार्थिक शिवलिंग का निर्माण का रूद्राभिषेक किया जाएगा।
इस बार सावन का महीना 29 दिन का होगा। 11 जुलाई से लेकर 9 अगस्त तक रहेगा। सावनमास के दौरान 4 सोमवार पड़ेंगे। पहला 14 जुलाई, दूसरा 21, तीसरा 28 और चौथा 4 अगस्त को आएगा। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक सावन महीने में ही भगवान शिव ने माता पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। ऐसे में सावन की शुरुआत से ही कोटेश्वर मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है, जो पूरे महीने जारी रहने वाली है। एकल अभियान संच लांजी पहली बार यहां 30 दिवसीय संगीतमय अखंड रामचरित मानस पाठ करवा रहा है।
Published on:
12 Jul 2025 08:26 pm