Guru Atichari: एस्ट्रोलॉजर अजहर हाशमी के अनुसार 15 मई (गुरुवार) से सौर मंडल का विशाल ग्रह गुरु (जुपिटर) मिथुन राशि में प्रवेश करके 18 अक्टूबर 2025 तक विभिन्न राशियों, प्रदेशों, देश-दुनिया को ज्योतिषीय दृष्टि से प्रभावित करेगा। क्योंकि गुरु अतिचारी (सुपर फास्ट) रहेगा।
उल्लेखनीय है कि वैसे तो गुरु ग्रह सर्वाधिक शुभ ग्रह है, लेकिन जब अतिचारी यानी सुपर फास्ट स्पीड से चलता है, तो इसकी शुभता में कमी आ जाती है। आने वाले लगभग सात वर्षों यानी 2032 तक गुरु अतिचारी रहेगा। आइये जानते हैं अतिचारी गुरु का 15 मई 2025 से 18 अक्टूबर 25 तक मिथुन राशि में अतिचारी गुरु का क्या प्रभाव पड़ेगा.
सामान्यत: गुरु का संचरण एक राशि में साढ़े बारह माह या तेरह माह रहता है, लेकिन गुरु ग्रह अतिचारी चल रहा है यानी मिथुन राशि में पांच माह रहकर 18 अक्टूबर 2025 को कर्क राशि में आ जाएगा। अतिचारी गुरु अच्छा नहीं माना जाता। इस गुरु गोचर की अवधि में दुनिया में संकट की आशंका रह सकती है।
मेष, वृषभ, मिथुन, सिंह, धनु को अतिचारी गुरु के कारण धन- यश की प्राप्ति होगी। यह समय बुद्धिजीवियों के लिए शुभ है।
अतिचारी गुरु के कारण गुरु के मिथुन राशि में रहने तक सोना-चांदी में तेजी, खाद्य तेलों में अधिक समय स्थिरता, खाद्यान्नों में तेजी रहेगी। मध्यप्रदेश, केरल, गुजरात, महाराष्ट्र में प्राकृतिक आपदा की आशंका है। बृहस्पति राशि परिवर्तन के बाद अक्टूबर तक की अवधि में देश में अग्निकांड की आशंका है, विश्व में कलह की आशंका है।
एस्ट्रोलॉजर हाशमी के अनुसार अक्टूबर तक की अवधि में मेष, वृषभ मिथुन आदि राशियों को सर्वाधिक लाभ होगा। इन्हें इस अवधि में पदोन्नति, यश मिलेगा। वहीं सिंह और तुला राशि वालों के लिए विदेश यात्रा के योग बन सकते हैं धन लाभ भी हो सकता है, जबकि धनु और कुंभ राशियों पर अतिचारी गुरु 80 फीसदी असर डालेगा।
इस समय इन राशियों को अवार्ड मिल सकता है, धन की स्थिति भी ठीक रहेगा। इसके अलावा कर्क और कन्या राशि के लोगों के लिए यह ऋणमुक्ति का समय है, जबकि संतान से यश हो सकता है, भूखंड आदि मिल सकता है। इसके अलावा वृश्चिक, मकर और मीन राशियों के लिए अतिचारी गुरु 50 फीसदी प्रभाव डालेगा। इससे धन प्राप्ति, तीर्थ यात्रा आदि के योग बनेंगे।
Published on:
15 May 2025 12:13 pm