अलवर.
शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण में अलवर को अव्वल लाने के लिए जिला कलक्टर आर्तिका शुक्ला ने पहल की है। कलक्टर ने अतुल्य अलवर अभियान की घोषणा की है। अभियान को चरणबद्ध तरीके से चलाया जाएगा। आमजन की शिकायतों के रजिस्ट्रेशन और फीडबैक के लिए गांधी जयंती पर 2 अक्टूबर को पब्लिक पोर्टल cleanalwar.in लॉन्च किया जाएगा।
एडीएम सिटी को अभियान का नोडल अधिकारी बनाया गया है जो हर सप्ताह कलक्टर को अभियान की रिपोर्ट सौंपेगी। अभियान में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी, कर्मचारी, स्वयंसेवी संस्थान, आमजन को सम्मानित किया जाएगा। हर महीने उत्कृष्ट वार्ड, सफाईकर्मी, संस्थाओं को पुरस्कार दिया जाएगा। अभियान के लोगो के लिए सात दिन में collectoroffice.alw@gmail,com पर प्रविष्टियां मांगी गई हैं। अभियान का उद्देश्य अलवर शहर को कचरा व प्लास्टिक मुक्त, वाटर प्लस व क्लीन सिटी के साथ ही ओडीएफ प्लस प्लस बनाना है। साथ ही स्वच्छ सर्वेक्षण में अलवर की रैंक में सुधार, पर्यटन गतिविधयों में बढ़ोतरी और स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को अभियान से जोड़कर रोजगार देना रखा गया है। अभियान से सफाई, पानी जैसे क्षेत्रों में काम करने वाली संस्थाओं को भी जोड़ा जाएगा।
अभय कमांड सेंटर की ओर से शहर में लगाए गए कैमरों से सफाई की मॉनटरिंग की जाएगी। कचरा संग्रहण केंद्रों का चिन्हिकरण कर संबंधित अधिकारियाें को सूचना भिजवाई जाएगी। साथ ही 25 संग्रहण केंद्रों को खत्म करके वहां वृक्षारोपण या सेल्फी प्वॉइंट बनाए जाएंगे। साथ ही अनुपयोगी वस्तुओं के निस्तारण के लिए शहर का पहला वेस्ट टू आर्ट या वेस्ट टू वैल्थ पार्क बनाया जाएगा।
अभियान की मॉनिटरिंग के लिए वार्डवार अधिकारियों की तैनाती की गई है। वार्ड 35 से 45 तक एडीएम प्रथम, वार्ड 56 से 65 तक एडीएम द्वितीय, वार्ड 46 से 55 तक एडीएम सिटी, वार्ड 25 से 34 तक यूआईटी सचिव, वार्ड 16 से 24 तक उपखंड अधिकारी अलवर, वार्ड 1 से 10 तक उप सचिव यूआईटी और वार्ड 11 से 15 तक सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई, अलवर को जिम्मेदारी दी गई है। सभी रोजाना वार्ड का निरीक्षण करेंगे। इसकी रिपोर्ट प्रति सप्ताह होने वाली बैठक में रखेंगे।
पहला चरण-पूरे शहर में विशेष सफाई अभियान चलाया जाएगा। सार्वजनिक शौचालय की मरम्मत कर उपयुक्त संकेतक लगाए जाएंगे। गंदगी वाली जगहों को चिन्हित कर हटाया जाएगा। दो अक्टूबर को विशेष अभियान अभियान के जरिए नालियों की सफाई के साथ-साथ बड़े नालों को फेरो कवर से ढका जाएगा। प्रमुख चौराहे, पार्क, तिराहों एवं अन्य महत्वपूर्ण स्थलों की सफाई व सौंदर्यीकरण के लिए इन्हें गोद दिया जाएगा।
दूसरा चरण-अम्बेडकर नगर स्थित डम्पिंग यार्ड/कचरा ट्रांसफर स्टेशन को सही कराया जाएगा। अग्यारा स्थित अपशिष्ट प्रसंस्करण संयंत्र को सही कर इसे संचालित किया जाएगा। बस्तियों एवं झुग्गियों में ऑटो टिपर से डोर टू डोर कचरा संग्रहण कराया जाएगा।
तीसरा चरण- शहर को कचरा, प्लास्टिक फ्री, वाटर प्लस सिटी और ओडीएफ प्लस सिटी बनाने के लिए विभिन्न माध्यमों से जनता को जागरूक किया जाएगा। सिंगल यूज प्लास्टिक को बंद करने के लिए राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा कपडे के थैले बनाकर रोजगार के अवसर सृजित किए जाएंगे। शहर की स्वच्छता एवं सफाई के संबंध में विद्यालयों, कॉलेजों में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन कराया जाएगा।
Published on:
19 Sept 2024 11:15 am