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Rajasthan Crime: शातिर ड्रग तस्कर घीलोठ की पीजी से गिरफ्तार, ऊंट चराने की आड़ में पाकिस्तान बॉर्डर से कर रहा था तस्करी

Rajasthan Crime: जांच एजेंसियों के अनुसार यह शातिर अपराधी भारत-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र में ऊंट चराने के बहाने जाता था। वहीं से यह पाकिस्तान से आने वाली हेरोइन और अन्य प्रतिबंधित मादक पदार्थों की खेप उठाता था।

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अलवर

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Kamal Mishra

Nov 01, 2025

drug supplier arrest

इसी जगह से पकड़ा गया शातिर ड्रग तस्कर (फोटो-पत्रिका)

कोटपूतली-बहरोड़। जिले के शांत औद्योगिक गलियारों में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब राज्य की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एनटीएफ) और एटीएस की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए अंतरराष्ट्रीय हेरोइन तस्कर को घीलोठ से धर दबोचा। इस तस्कर की तीन सालों से देश की विभिन्न जांच एजेंसियों को तलाश थी। जो पहचान बदलकर फरारी काट रहा था।

ऊंट चराने की आड़ में हेरोइन की तस्करी

गिरफ्तार किए गए तस्कर पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित था। उसकी कार्यशैली किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। जांच एजेंसियों के अनुसार यह शातिर अपराधी भारत-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र में ऊंट चराने के बहाने जाता था। वहीं से यह पाकिस्तान से आने वाली हेरोइन और अन्य प्रतिबंधित मादक पदार्थों की खेप उठाता था। इसके बाद यह तस्कर इस बड़ी खेप को देश के दो बड़े ड्रग्स हब - दिल्ली और पंजाब में स्थित बड़े तस्करों तक पहुंचाता था। यह पूरा नेटवर्क तीन साल से सक्रिय था, लेकिन यह तस्कर लगातार पुलिस और खुफिया एजेंसियों को चकमा देकर फरार था।

सीकर-झुंझुनूं से भागा, घीलोठ में पकड़ा गया

एटीएस व एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स को इनपुट मिला था कि तस्कर जयपुर रेंज के सीकर, झुंझुनूं और कोटपूतली-बहरोड़ जिलों में कहीं छिपा हुआ है। एटीएस के आइजी विकास कुमार के निर्देशन में बनी विशेष टीमों ने सबसे पहले सीकर और झुंझुनूं में दबिश दी। हालांकि, हर बार की तरह तस्कर पुलिस के पहुंचने से ठीक पहले भाग निकला। लेकिन, एटीएस को सटीक सूचना मिली कि यह तस्कर अब कोटपूतली-बहरोड़ जिले के घीलोठ औद्योगिक क्षेत्र में छिपा हुआ है।

पीजी में फरारी और फैक्टरियों के बाहर टोह

सूचना मिलते ही दोनों टीमों ने देर न करते हुए घीलोठ औद्योगिक क्षेत्र में दबिश दी। खुलासा हुआ कि इनामी तस्कर सिर्फ चार से पांच दिन पहले ही यहां आया था और औद्योगिक क्षेत्र के एक पीजी (पेइंग गेस्ट हाउस) में छिपकर रह रहा था। जांच में सामने आया कि पकड़े जाने के डर से वह पूरे दिन औद्योगिक क्षेत्र की विभिन्न फैक्ट्रियों के बाहर घूमता रहता था, ताकि किसी को उस पर कोई शक न हो। पुलिस और एटीएस की टीम ने उसके ठिकाने पर दबिश दी और उसे सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया।

अब गिरोह के अन्य सदस्यों की बारी

तस्कर की गिरफ्तारी के बाद अब एटीएस और अन्य जांच एजेंसियां इस अंतरराष्ट्रीय गिरोह के अंदर अन्य तस्करों और उनके सहयोगियों के बारे में गहन जांच कर रही हैं। यह गिरफ्तारी दिल्ली-पंजाब तक फैले पूरे ड्रग्स सप्लाई नेटवर्क को तोड़ने में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित हो सकती है। डीएसपी नीमराणा सचिन शर्मा ने बताया कि एटीएस व एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स की टीम औद्योगिक क्षेत्र से एक फरार आरोपी को गिरफ्तार करके अपने साथ ले गई है। अन्य जानकारी जांच एजेंसियां ही दे सकती हैं।