कठूमर. उपखंड क्षेत्र के सबसे बड़े गांव तसई में रोडवेज मुख्यालय जयपुर के आदेश के बाद भी सरकारी बसों का स्टोपेज नहीं हो रहा है। जिसके चलते करीब एक दर्जन गांवों के यात्रियों को गोवर्धन, दिल्ली, जयपुर, भरतपुर, अलवर, कठूमर या फिर नगर जाना पड़ता है। जिससे लोगों को परेशानी हो रही हैं।
करीब दो साल पहले राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम जयपुर मुख्यालय की ओर से सभी साधारण और एक्सप्रेस बसों के ठहराव की मंजूरी दी गई थी। इस बस स्टॉप के टिकट जारी करने के लिए आदेश जारी हुए थे, लेकिन अभी तक सुचारू रूप से एक्सप्रेस बसों का ठहराव यहां नहीं हो रहा है। न ही यहां के टिकट जारी किए जाते हैं। नगर, कठूमर, भरतपुर मार्ग स्थित तसई बस स्टॉप को 9 जून 2023 को राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम जयपुर मुख्यालय के कार्यकारी निदेशक संजीव कुमार पांडे की ओर से साधारण एवं एक्सप्रेस बसों के संचालन का बस स्टॉप घोषित किया था और यह आदेश जारी किया था कि इस बस स्टैंड से सभी चालक-परिचालक यात्रियों को चढ़ाएंगे और उतरेंगे। इस बस स्टैंड का टिकट भी जारी करेंगे। इसके अलावा तत्कालीन जयपुर यातायात महाप्रबंधक की ओर से नगर भरतपुर कठूमर मार्ग पर संचालित सेवाओं में ग्राम तसई का बस स्टॉप फीड करने एवं क्रू मेंबरों को पाबंद करने के आदेश जारी किए थे, लेकिन कुछ दिनों तक तो बसें रूकी, लेकिन इसके बाद से ये बसें बगैर तसई में स्टोपेज किए चल रही हैं।
उल्लेखनीय है कि गोवर्धन से जयपुर, दिल्ली से भरतपुर या हिंडौन और जयपुर जाने वाली बसें भी इसी मार्ग से गुजरती हैं। इस बस स्टॉप पर दिल्ली या जयपुर जाने वाले यात्री उन बसों का इंतजार करते हैं और हाथ भी देते हैं, लेकिन ये बसें यहां नहीं रुकती, जबकि गोवर्धन या दिल्ली से चलकर आने वाले यात्रियों की टिकट जिन्हें तसई बस स्टॉप पर उतरना है, बस परिचालक की ओर से काटी भी जाती है, लेकिन कुछ परिचालक ऐसे भी हैं जो मशीन में इस बस स्टॉपेज के न होने का हवाला देकर टिकट भी नहीं काटते। इस बारे में संबंधित अधिकारियों से बात करने का प्रयास किया, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।यह बोले लोग
बस स्टोपेज फीड नहींमैं दिल्ली से तसई के लिए राजस्थान रोडवेज बस में बैठा, जिसके परिचालक ने उसे तसई बस स्टैंड का टिकट काटने से साफ मना कर दिया। परिचालक का कहना था कि यहां एक्सप्रेस बसों का कोई स्टॉपेज नहीं है। न ही मशीन में यह बस स्टॉपेज फीड है।राज चौहान, तसई।
...................परेशानी हो रही है
तसई कठूमर क्षेत्र का सबसे बड़ा आबादी वाला गांव है और यहां के सैकड़ों लोगों रोजीरोटी के लिए दिल्ली, गुड़गांव काम करने आते-जाते रहते हैं। ऐसे में रात्रिकालीन बसों सहित अन्य बस सेवाओं के नहीं रुकने से लोगों को परेशानी हो रही है।
मुकेशसिंह चौहान, प्रशासक ग्राम पंचायत, तसई।
Updated on:
22 Jul 2025 11:57 pm
Published on:
22 Jul 2025 11:56 pm