अजमेर(Ajmer News). सेन्ट्रल जेल अजमेर में तलाशी के दौरान कैदी की बैरक में धारदार चाकूनुमा हथियार बरामद किया है। जेल प्रशासन ने बैरक में धारदार हथियार की मौजूदगी को गम्भीरता से लेते हुए सिविल लाइंस थाने में आरोपी बंदी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। पुलिस प्रकरण में पड़ताल में जुटी है।
जेल अधीक्षक आर. अनन्तेश्वरन ने बताया कि 29 जुलाई दोपहर साढ़े 12 से एक बजे तक जेल प्रशासन ने कारापाल सद्दाम हुसैन के निर्देशन में सर्च ऑपरेशन चलाया। इसमें वार्ड संख्या 09 की आकस्मिक तलाशी ली गई। वार्ड में सजायाफ्ता कैदी अरांई दादिया निवासी धनराज पुत्र उगमाराम जाट था। जहां पानी की मटकी के पास दो पत्थर के बीच में छिपा कर रखा लोहे की पती धारदार चाकूनुमा हथियार मिला। जेल प्रशासन ने अंदेशा जताया कि धारदार हथियार से जेल स्टाफ व किसी बंदी पर जानलेवा हमले की नियत से बनाया गया हैं। बैंरक की तलाशी में मुख्य प्रहरी सुमेरसिंह, गिरधारीलाल, घनश्याम, प्रहरी पिंटूराम मीणा, नेमीचन्द, प्रवीणकुमार सैन और श्रवण कुमार जांगिड शामिल थे।
पुलिस की पड़ताल में आया कि जेल में सजायाफ्ता कैदी की बैरक में मिले धारदार हथियार की लम्बाई 24.5 सेंटीमीटर व चौडाई 2.5 सेंटीमीटर है। जो कि जेल परिसर में ही धारदार चाकूनूमा हथियार बनाया जाना प्रतीत हो रहा है। खास बात यह है कि लोहे की पती के एक सीरा धारदार बनाया गया है तो दूसरे सीरे पर प्लास्टिक की थैली को गर्म करके चिपका करके हत्था बनाया गया। जो कि धारदार चाकूनुमा है। खास बात यह है कि जेल की बैरक में लोहे की धारदार पती निषेद सामग्री बरामद है।
पुलिस पड़ताल में आया कि सजायाफ्ता कैदी अरांई दादिया निवासी धनराज जाट के खिलाफ 11 मुकदमे दर्ज है। धनराज को तीन प्रकरण में सजा हो चुकी है। वर्तमान में चोरी के मुकदमे में सजा भुगत रहा है है जबकि आरोपी के खिलाफ हत्या का एक मुकदमा कोर्ट में विचाराधीन है। सिविल लाइंस थाना पुलिस प्रकरण में गहनता से अनुसंधान में जुटी है।
Published on:
30 Jul 2025 03:24 pm