अजमेर(Ajmer News). करोड़ों रुपए की चपत लगाने वाले जिला पुलिस के सिपाही पवन कुमार मीणा के छोटे भाई प्रदीप कुमार मीणा को क्लॉक टावर थाना पुलिस ने बुधवार रात दबोच लिया। वारदात के बाद से मुख्य आरोपी और उसके भाइयों की की तलाश थी। इससे पहले पुलिस ने बड़े भाई को गिरफ्तार किया था।
पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा ने बताया कि पुलिसकर्मियों से ठगी के मामले में फरार चल रहे सिपाही पवन कुमार मीणा के छोटे भाई करौली हिन्डौन सदर कोटरा ढेहर निवासी प्रदीपकुमार मीणा(27) को बुधवार रात को करौली से गिरफ्तार किया। इससे पूर्व उसके बड़े भाई व शिक्षक कुलदीप मीणा को गिरफ्तार किया था, जबकि मुख्य आरोपी पवन कुमार मीणा की सरगर्मी से तलाश जा रही है। कार्रवाई में एचएचओ शेखावत के साथ एएसआई भरतसिंह, हैडकांस्टेबल चिम्मनलाल, सिपाही सुखराम सेवदा, बल्लभराम शामिल है।
पुलिस की पड़ताल में आया कि धोखाधड़ी से निवेश के नाम पर पवन कुमार मीणा की ओर से हड़पी गई करोड़ों रुपए की रकम में से कुछेक पैसा छोटे भाई प्रदीप कुमार मीणा के खाते में भी ट्रांसफर की गई थी। प्रदीप ने भी ठगी की रकम का इस्तेमाल किया था। प्रदीप के खिलाफ भी प्रकरण में अपराधकारित करना पाया। वारदात के बाद से आरोपी प्रदीप फरार था। प्रदीप और उसके भाइयों के खिलाफ क्लॉक टावर पुलिस थाने के अलावा सिविल लाइंस व किशनगढ़ में प्रकरण दर्ज है।
एसपी ने बताया कि प्रकरण की गमभीरता को देखते हुए एएसपी शहर हिमांशु जांगिड़ , सीओ दक्षिण ओमप्रकाश सरावग के सुपरविजन में थानाधिकारी वीरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में टीम का गठन किया। पुलिस ने वांछित की तलाश शुरू की। वारदात के बाद से फरार चल रहे आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कई जगह दबिश दी लेकिन सुराग नहीं लगा। फिर पुलिस ने तकनीकी संसाधन व मुखबीर की सूचना पर आरोपी कुलदीप मीणा को गिरफ्तार कर लिया। प्रकरण में पुलिस मुख्य आरोपी सिपाही पवन कुमार मीणा व अन्य की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे है।
पुलिस के अनुसार परिवादी मदनगंज किशनगढ़ सुभाष कॉलोनी पुराना बस स्टैण्ड रामंदिर के पीछे रहने वाले सिपाही दीपक वैष्णव(28) ने न्यायालय इस्तगासा मुकदमा दर्ज करवाया किका आरोपी पवन मीणा व व कुलदीप मीणा ने राजमार्ग पर बेशकीमती जमीने परिचित और रिश्तेदारों की है। शिक्षा विभाग में शिक्षक उसके बड़े भाई कुलदीप मीणा को जमीन के मास्टर प्लान की जानकारी है। जहां बाइपास निकलकर हाइवे से लिंक किया जाना है। पवन ने उसको झांसा दिया कि वह उसको करीब 2 करोड़ रुपए का फंड इकट्ठा कर दिलवा दे तो वह बड़े भाई कुलदीप मीणा के जरिए राजमार्ग पर और मास्टर प्लान में बनाए जा रहे बायपास की जमीनें कोडियो के दाम में खरीदकर दोगुनी से तीन गुनी कमाई करवा सकता है। उसके पास इतना बड़ा फंड नहीं है। उसने कहा कि उसने 50 लाख रूपए की व्यवस्था की है जबकि 25-25 लाख रुपए उसने और उसके भाई कुलदीप मीणा के है। इस तरह से एक करोड़ की व्यवस्था हो गई है। अब वह उसे एक करोड़ रूपए की व्यवस्था करवा दे। आरोपी के विश्वास,भरोसे पर अपनी जमापूंजी व मिलने वाले पुलिसकर्मियों से करीब एक करोड़ रुपए की व्यवस्था कर आरोपी को दे दी। रकम मिलने के बाद आरोपी ने उससे सम्पर्क धीरे-धीरे कम कर दिया। पुलिस ने पीडि़त की शिकायत पर 9 मई को धोखाधड़ी व अमानत में खयानत का मुकदमा दर्जकर अनुसंधान शुरू कर दिया।
Published on:
14 Aug 2025 02:45 pm