अजमेर(Ajmer News). एक अनजान शहर में, एक अकेला शख्स...। अपना सबकुछ बेचकर शहर में खानाबदोश जिन्दगी बसर की। सालों अकेले बिताए। लेकिन बजरंगगढ़ चौराहे पर जिंदगी ने साथ छोड़ा तो जेब में मिली पर्ची से कुछ अपने अंतिम संस्कार करने पहुंच गए।
बजरंगगढ़ चौराहा पर 29 जून को दोपहर में मृत मिले 55 वर्षीय प्रौढ़ की पहचान सोमवार दोपहर नसीराबाद सदर के भटियानी निवासी सत्यनारायण(58) पुत्र रामकरण खाती के रूप में की गई। क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस ने युवक की जेब से मिली पर्ची पर लिखे मोबाइल फोन नम्बर पर सम्पर्क किया तो उसकी शिनाख्त सम्भव हो सकी। पुलिस पड़ताल में सामने आया कि सत्यनारायण ने करीब 10-12 साल पहले अपने गांव भटियानी में जमीन और घर सब बेच दिया। जब सबकुछ खत्म हो गया तो वह अजमेर शहर में खानाबदोश जिन्दगी बसर करने लगा। परिवार में माता-पिता, भाई बहन नहीं थे तो रिश्तेदारों से सम्पर्क टूट गया। आखिर 29 जून दोपहर सत्यनारायण की सांसों का भी साथ छूट गया।
सोमवार को सत्यनारायण के बुआ का बेटा सुरेश व मामा का बेटा छीतर अपने कुछ रिश्तेदारों के साथ पहुंचे तो मृतक की पहचान सम्भव हो सकी। रिश्तेदारों ने सत्यनारायण का अंतिम संस्कार पैतृक गांव भटियानी में करना तय किया। क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव रिश्तेदारों को सुपुर्द कर दिया।
Published on:
01 Jul 2025 02:34 am