अजमेर(Ajmer News). बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा और परिवार की आर्थिक मदद के नाम पर धर्मान्तरण के लिए उकसाने का एक और मामला सामने आया है। पीड़ित ने पादरी के खिलाफ उसे प्रलोभन देकर धर्म बदलने का दबाव बनाने, हिन्दू देवी- देवताओं पर अपमानजनक टिप्पणी कर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप लगाए हैं। पीडि़त की शिकायत पर अलवरगेट थाना पुलिस ने मुकदमा दर्जकर अनुसंधान शुरू कर दिया। दो दिन पहले आदर्शनगर थाना क्षेत्र में भी ऐसा ही प्रकरण सामने आया था।
पुलिस के अनुसार वरुण सागर रोड निवासी दलित युवक ने बताया कि वह कुछ दिन तक शराब का सेवन नहीं कर हर रविवार को पादरी कुन्दन नगर निवासी सुनील से मिलने गया। पादरी ने उसकी पत्नी को कहा कि यीशु का आशीष तुम लोगों को मिल रहा है लेकिन अभी भी कुछ बाधा है। तुम्हारे घर आकर देखना पड़ेगा। पादरी सुनील ने उसके घर आकर देवी-देवताओं की फोटो नहीं हटाने तक यीशु का आशीष मिलना मुश्किल होने, मूर्ति पूजा को गलत बताकर पूजा-अगरबत्ती बंद करने व यीशु के आशीष से शराब बंद होने की बात कही।
पीडि़त ने शिकायत में बताया कि पादरी ने धन-संपत्ति का लालच देकर उसे स्वयं के धर्म की किताब पढ़ने के लिए कहा। बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा का लालच दिया तो उसने इनकार कर दिया। पादरी सुनील ने 27 अप्रेल को चर्च में ले जाकर धर्मांतरण का प्रयास किया। वह प्रत्येक रविवार कई लोगों को बुलाकर देवी-देवताओं के खिलाफ भड़काता व अपमानित करता है। जिससे उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची।
हालिया शिकायत से पूर्व गत 6 सितम्बर को एक युवक ने आदर्शनगर थाने में इसी पादरी सुनील कुमार के खिलाफ धर्मांतरण कराने के प्रयास व धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का मुकदमा दर्ज करवाया था। पिछले प्रकरण में पीडि़त के बड़े भाई-भाभी और उसके परिवार ने पादरी सुनील कुमार के कहे पर धर्म परिवर्तन कर लिया था।
पीडि़त ने धर्मांतरण के प्रयास व धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने की शिकायत दी थी। प्रकरण दर्जकर अनुसंधान किया जा रहा है।-नरेन्द्र कुमार जाखड़, थानाप्रभारी अलवर गेट
Updated on:
09 Sept 2025 02:21 am
Published on:
09 Sept 2025 02:18 am