Ahmedabad. भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान गांधीनगर (आइआइटी गांधीनगर) और इथियोपिया के शिक्षा मंत्रालय ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके अंतरराष्ट्रीय बहु-विषयीडॉक्टोरल डिग्री गुणवत्ता उन्नयन कार्यक्रम संयुक्त रूप से शुरू किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य भारत और इथियोपिया के बीच शैक्षणिक सहयोग को सुदृढ़ करना है, जिसमें संयुक्त शोध, शैक्षणिक आदान-प्रदान और सह-पर्यवेक्षण शामिल है। यह कार्यक्रम इथियोपियाई शोधार्थियों को दोनों संस्थानों सेमार्गदर्शन और संसाधनों के साथ पीएचडी करने का अवसर प्रदान करेगा।
समझौता पर आइआइटी गांधीनगर के निदेशक प्रोफेसर रजत मूना ने औपचारिक रूप से हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर संस्थान के बाह्य संबंध प्रभारी प्रो. सूर्य प्रताप मेहरोत्रा, सामान्य प्रशासन डीन प्रो.नितिन वी जॉर्ज (डीन, सामान्य प्रशासन), अंतरराष्ट्रीय मामलों के प्रभारी प्रो.कबीर जसूजा , अनुसंधान व्यावसायीकरण केन्द्र के सीईओ डॉ सोमनाथ मित्रा उपस्थित थे।
आइआइटी गांधीनगर प्रो. सूर्य प्रताप मेहरोत्रा ने कहा कि आईआईटी गांधीनगर और इथियोपिया के शिक्षा मंत्रालय के बीच हुआ यह समझौता अफ्रीकी महाद्वीप से संस्थान के जुड़ने का एक द्वार है। इससे अन्य अफ्रीकी विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग की संभावनाएं खुलेंगी।
प्रो.कृष्णराज रामास्वामी ने कहा कि यह भागीदारी इथियोपिया और भारत के बीच शैक्षणिक सहयोग का एक नया अध्याय है। यह समझौता शोधार्थियों को अंतःविषयी मार्गदर्शन, अनुसंधान सुविधाएं और वैश्विक अनुभव का अवसर प्रदान करेगा।
इस कार्यक्रम के तहत अगले पांच वर्षों तक हर वर्ष अधिकतम 15 इथियोपियाई पीएचडी शोधार्थियों का चयन किया जाएगा। चयनित उम्मीदवारों को इथियोपिया के उनके संस्थान और आइआइटी गांधीनगर के संकाय द्वारा संयुक्त रूप से मार्गदर्शन मिलेगा। वे 12 से 18 महीने आइआइटी गांधीनगर में बिताएंगे, और संस्थानद्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुसार उन्हें संस्थागत फेलोशिप प्राप्त होगी। अंतरराष्ट्रीय यात्रा का खर्च इथियोपिया के शिक्षा मंत्रालय द्वारा वहन किया जाएगा।
Published on:
05 Aug 2025 10:30 pm