अहमदाबाद. गुजरात के कई जिलों में रविवार और सोमवार को भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने दो दिनों तक राज्य के विविध भागों में भारी से अति भारी बरसात की चेतावनी दी है। इसे लेकर रविवार को पांच जिलों -बनासकांठा, साबरकांठा, अरवल्ली, महेसाणा एवं कच्छ -में रेड अलर्ट जारी किया गया है। जबकि पाटण, गांधीनगर, महिसागर, राजकोट, सुरेंद्रनगर, तथा मोरबी में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अहमदाबाद समेत अन्य कई जिलों में भारी बारिश के लिए यलो अलर्ट भी जारी किया गया है। सोमवार को भी कुछ जिलों में भारी बारिश के लिए यलो अलर्ट जारी किया है।स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (एसईओसी)-गांधीनगर में शनिवार को मुख्य सचिव पंकज जोशी की अध्यक्षता में बारिश की स्थिति को लेकर समीक्षा बैठक भी की गई। इसमें कलक्टरों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सतर्कता बरतने के निर्देश दिए।
रविवार को प्रस्तावित गुजरात लोक सेवा आयोग (जीपीएससी ) की परीक्षा को लेकर भी सतर्क रहने को कहा है। जिला एवं तहसील स्तर के अधिकारियों व कर्मचारियों को मुख्यालय में ड्यूटी पर उपस्थित रहने के भी आदेश दिए हैं। भारी बारिश को ध्यान में रखकर किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए राज्य के विभिन्न जिलों में एनडीआरएफ की 12 और एसडीआरएफ की 20 टीमें तैनात की गई हैं। वडोदरा में एनडीआरएफ की एक टीम रिजर्व में रखी है।
गुजरात में इन दिनों सक्रिय मानसून के चलते चहुंओर बारिश हो रही है। शनिवार को सुबह से शाम तक 200 से अधिक तहसीलों में बारिश हुई। सबसे अधिक 7.17 इंच वलसाड जिले की कपराडा तहसील में हुई।
स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर-गांधीनगर के अनुसार शनिवार को बोटाद जिले की बोटाद तहसील में साढ़े तीन इंच, साबरकांठा की पोशीना 3.15 इंच, राजकोट की पड़धरी में 3.07 और अहमदाबाद जिले की साणंद तहसील में भी तीन इंच से ज्यादा बारिश हुई। जबकि 10 तहसीलों में दो इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई। 35 तहसीलों में एक इंच से ज्यादा बारिश हुई।
गुजरात के 33 जिलों में शनिवार सुबह तक मानसून की औसतन 99 फीसदी के करीब बारिश हो गई है। 13 जिलों में 100 फीसदी या उससे अधिक तो उत्तर गुजरात के पाटण जिले में अभी भी 70 फीसदी के आसपास बारिश हुई है। रीजन की दृष्टि से देखें तो दक्षिण गुजरात (105 प्रतिशत) तथा पूर्व मध्य गुजरात में (104 प्रतिशत) सबसे अधिक बारिश हुई है। सौराष्ट्र रीजन में सबसे कम 88 फीसदी है।
जिला- प्रतिशत
महिसागर-132
साबरकांठा-128
तापी-120
आणंद-114
सूरत-113
खेड़ा-112
भरुच-110
नर्मदा-110
पंचमहाल-110
बनासकांठा-110
भावनगर-110
अरवल्ली-100
देवभूमि द्वारका-100
Published on:
06 Sept 2025 11:57 pm