अहमदाबाद. डाकघर को और अधिक स्मार्ट एवं डिजिटल बनाते हुए डाक विभाग ने आईटी 2.0 मॉडर्नाइजेशन प्रोजेक्ट के तहत एडवांस्ड पोस्टल टेक्नोलॉजी एपीटी 2.0 को मंगलवार से गुजरात परिमंडल के सभी डाकघरों में लागू कर दिया है। ऐसे में अब गुजरात के सभी 8,884 डाकघरों में यूपीआई के जरिए डिजिटल भुगतान किया जा सकेगा।
उत्तर गुजरात परिक्षेत्र के पोस्टमास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने मंगलवार को अहमदाबाद जीपीओ और नवरंगपुरा प्रधान डाकघर में एपीटी 2.0 का शुभारंभ किया। इसी के साथ डाकघर में अब लोग क्यूआर कोड स्कैन करके यूपीआई-आधारित डिजिटल भुगतान कर सकते हैं, जिससे स्पीड पोस्ट, पंजीकृत डाक, पार्सल, अंतरराष्ट्रीय मेल और इलेक्ट्रॉनिक मनीऑर्डर जैसी कई सेवाओं के लिए नकद राशि देने की जरूरत नहीं रहेगी। इस दौरान एपीटी 2.0 पर एक विशेष विरूपण भी जारी किया, जिसे जनजागरूकता के लिए सभी डाक मदों पर मुहर रूप में अंकित किया गया।
सेवा का शुभारंभ कराते हुए पोस्टमास्टर जनरल यादव ने कहा कि उत्तर गुजरात क्षेत्र में सभी 2,258 डाकघरों में इसे लागू कर दिया गया है, जिनमें 09 प्रधान डाकघर, 344 उप डाकघर और 1,905 शाखा डाकघर शामिल हैं। पहले फेज में 8 जुलाई को डाक विभाग के सभी प्रशासनिक कार्यालयों के साथ मेहसाणा, राजकोट व नवसारी डाक मंडल में एपीटी 2.0 का शुभारंभ किया गया था। मंगलवार से गुजरात परिमंडल के सभी डाकघरों में इसे लागू कर दिया गया। इसके लिए राज्य के 26,000 से अधिक कर्मचारियों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया। अगस्त तक देश भर के सभी डाकघर इसके तहत काम करना शुरू कर देंगे।
यादव ने बताया कि, आईटी के इस दौर में एडवांस्ड पोस्टल टेक्नोलॉजी (एपीटी) 'डिजिटल इंडिया' और 'कैशलेस इंडिया' की दिशा में एक 'कस्टमर फ्रेंडली' कदम है, जिसके माध्यम से दूरदराज के क्षेत्रों में स्थित डाकघरों को भी हाई-टेक बनाया जा रहा है।
यादव ने कहा कि यह सिर्फ़ तकनीकी उन्नयन नहीं बल्कि नवाचार, ग्राहक संतुष्टि और परिचालन दक्षता के प्रति डाक विभाग की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इससे उपभोक्ताओं की सेवा करने के तरीके को नए सिरे से परिभाषित किया जाएगा। सेवाओं को अधिक विश्वसनीय, सुलभ और कस्टमर फ्रेंडली बनाने में मदद मिलेगी।
यादव ने बताया कि ए.पी.टी 2.0 से पहले, सभी प्रकार की डाक सेवाएं सैप और दर्पण 2.0 सॉफ्टवेयर के माध्यम से दी जा रही थीं। सैप एक प्राइवेट कंपनी द्वारा, जबकि दर्पण 2.0 डाक विभाग द्वारा विकसित एक एप्लीकेशन है। आई. टी. मॉडर्नाइजेशन- 2.0 के तहत डाक विभाग के सेंटर फॉर एक्सीलेंस इन पोस्टल टेक्नालॉजी, मैसूर द्वारा तैयार किया गया ऑनलाइन पोर्टल ए.पी.टी 2.0 विभिन्न सॉफ्टवेयर में हो रहे कार्यों को मिलाकर एक सिंगल विंडो प्लेटफॉर्म प्रदान करता है, जिससे डाककर्मियों को काम करने में काफी आसानी होगी।
यादव ने बताया कि इस तकनीक के चलते अब ग्राहक क्यू.आर. कोड स्कैन करके यूपीआई से डिजिटल भुगतान कर सकेंगे। ग्राहकों को बुकिंग से लेकर डिलीवरी तक रियल टाइम एसएमएस अपडेट मिलेगा। आगामी समय में डिजिपिन (नई पिन कोड प्रणाली) को भी इसमें शामिल किया जाएगा।
Published on:
22 Jul 2025 10:42 pm