गुजरात में इस वर्ष रविवार तक हो चुकी मौसम की 64 फीसदी से अधिक बारिश की बदौलत राज्य के बांधों में पानी की स्थिति बेहतर है। वर्ष 2024 में 10 अगस्त को राज्य के 207 प्रमुख बांधों में पिछले वर्ष इसी दिन के मुकाबले 906 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमसीएम) पानी का अधिक संग्रह है। राज्य के सबसे बड़े सरदार सरोवर नर्मदा बांध में पिछले वर्ष के मुकाबले 344 एमसीएम कम पानी है। बीते एक सप्ताह से बारिश के विराम लेने के चलते कई बांधों का जलस्तर कम हुआ है।नर्मदा जल संसाधन जल आपूर्ति ( एनडब्ल्यूआरडब्ल्यूएस ) एवं कल्पसर विभाग के अनुसार राज्य में नर्मदा समेत 207 बांधों में जल संग्रह की कुल क्षमता 25257.56 एमसीएम है। रविवार (10 अगस्त को) इन बांधों में कुल 18159 एमसीएम पानी का संग्रह दर्ज किया गया, जबकि पिछले वर्ष इसी दिन यह संग्रह 17253.04 एमसीएम दर्ज किया गया। जो गत वर्ष के मुकाबले 906 एमसीएम अधिक है। इसके साथ ही बांधों में कुल क्षमता के मुकाबले 71.90 फीसदी जल संग्रह हो गया है। दूसरी ओर 9460 एमसीएम की क्षमता वाले सरदार सरोवर नर्मदा बांध में रविवार सुबह कुल जल संग्रह 7179.19 एमसीएम दर्ज किया गया है, जबकि इस बांध में पिछले वर्ष इसी दिन जल 7523.60 एमसीएम था। इस बांध में 344.41 एमसीएम की कमी दर्ज की गई। हाल में इस बांध में क्षमता के मुकाबले 75.89 फीसदी जल संग्रह है। हालांकि पिछले दिनों इस बांध का जल संग्रह 82 फीसदी तक पहुंच गया था, पानी की भारी आवक के बीच बांध से पानी निकाला गया था। नर्मदा बांध का अधिकतम जलस्तर 138.68 मीटर है, इसकी तुलना में रविवार सुबह तक इसका स्तर 13.12 मीटर तक रिकार्ड किया गया।
प्रदेश के इन बांधों में से 29 बांध अपनी क्षमता के मुकाबले 100 फीसदी तक भर गए हैं। इन 29 समेत कुल 52 बांध हाईअलर्ट पर रखे गए हैं। इन सभी में 90 से 100 फीसदी तक जल संग्रह हो गया है। फिलहाल 23 बांधों में 80 फीसदी से अधिक पानी होने पर अलर्ट और 28 बांधों में 70 फीसदी से अधिक संग्रह होने पर वॉर्निंग के तौर पर दर्शाया गया है।रीजन के आधार पर
Updated on:
10 Aug 2025 10:20 pm
Published on:
10 Aug 2025 10:19 pm