5 अगस्त 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
मेरी खबर

मेरी खबर

शॉर्ट्स

शॉर्ट्स

ई-पेपर

ई-पेपर

अहमदाबाद-वडोदरा हाईवे पर ट्रक ड्राइवर-क्लीनर को लूटने वाले गिरोह का पर्दाफाश

-विवेकानंदनगर पुलिस ने चार आरोपियों को पकड़ा, लूट के 14 मामले कबूले

vivekanandnagar police station

Ahmedabad. अहमदाबाद-वडोदरा हाईवे से ट्रक लेकर गुजरने वाले ड्राइवर और क्लीनरों को लूटने वाले एक गिरोह का अहमदाबाद ग्रामीण की विवेकानंदनगर थाना पुलिस ने पर्दाफाश किया है। गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपियों ने लूट के 14 मामले कबूले हैं।

पकड़े गए आरोपियों में अहमदाबाद दस्क्रोई तहसील के देवडी गाम निवासी दिनेश वादी (30), महेश वादी (25), निकोल गाम रिंगरोड के पास अमर जवान सर्कल के पास रहने वाला देवाभाई नट (32) और गेरतपुर गाम निवासी अजय वादी (22) शामिल हैं।

महिला का वेशधारण कर फंसाते

पीआई एच एन बारिया ने बताया कि जांच में सामने आया कि गिरोह के सदस्य काफी शातिर हैं। ये ट्रक डाइवर और क्लीनर को हाईवे पर महिला का वेश धारण कर बुलाते। उन्हें लालच देकर झाडि़यों में ले जाते, वहां उनसे मारपीट कर नकदी, मोबाइल फोन लूट लेते थे।

30 मई को एक ड्राइवर-क्लीनर को लूटा

पुलिस ने बताया कि इस गिरोह ने 30 मई को एक ट्रक ड्राइवर को लूटा था। अहमदाबाद-वडोदरा एक्सप्रेस हाईवे पर टोलनाका से थोड़ी दूर रोड के पास ट्रक ड्राइवर और क्लीनर फ्रैश होने के लिए रुकते हैं। रात के अंधेरे में यहां कुछ लोग महिला का वेेश धारण कर उन्हें ललचाते हैं। जो इनके चंगुल में फंस जाते हैं उन्हें पास की झाडि़यों में, गरनाला के पास ले जाते हैं वहां इनके साथी ड्राइवर और क्लीनर से लूटपाट करते हैं। शिकायतकर्ता ड्राइवर मूलजी भरवाड़ को गेरतपुर के पास चार आरोपियों ने इसी मोडस ऑपरेंडी से फंसाया और फिर झाडि़यों में ले जाकर उनके पास से 25 हजार की नकदी, चांदी का कड़ा, चांदी की लकी सहित 49 हजार लूट लिए थे। इसकी शिकायत उन्होंने थाने में की थी।

शंकास्पद लोगों से पूछताछ, 70 सीडीआर की जांच

शिकायत मिलने पर विवेकानंदनगर पुलिस ने गेेरतपुर व उसके आसपास इलाके में शंकास्पद लोगों से पूछताछ की। 70 संदिग्धों के सीडीआर की जांच की और मुखबिर की मदद से डेढ़ महीने की मेहनत के बाद इस गिरोह को धर दबोचा है।

पुलिस निरीक्षक खुद बने ट्रक ड्राइवर

गिरोह को पकड़ने के लिए विवेकानंदनगर थाने के पीआई एच एन बारिया खुद ट्रक ड्राइवर बने और साथी को क्लीनर बनाया। इतना ही नहीं पुलिस कर्मचारियों ने महिला का वेश भी धारण कर किस प्रकार से ये गिरोह ट्रक ड्राइवरों को फंसाता है उसका पता लगाया।