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Ahmedabad: शहर में दूसरे दिन भी बारिश, वटवा, मणिनगर में जल जमाव बरकरार

-एक दिन बाद भी बरसाती पानी नहीं निकलने से लोग परेशान

Ahmedabad

Ahmedabad. शहर में रविवार को हुई भारी बारिश के बाद सोमवार को भी बारिश का दौर जारी रहा। दोपहर को बारिश के विराम लेने से थोड़ी राहत हुई। हालांकि शहर के बापूनगर, शहरकोटडा, सरसपुर, वटवा, मणिनगर, हाथीजण , लांभा सहित पूर्वी क्षेत्र के अन्य इलाकों में दूसरे दिन भी जल जमाव की स्थिति देखने को मिली। इसके चलते लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

मणिनगर, ईसनपुर, वटवा इलाके में तो स्थिति ऐसी थी कि कई सोसाइटी के लोग सुबह के समय घरों में ही कैद रहे। बच्चों की स्कूल की छुट्टी रखनी पड़ी। जो बच्चे स्कूल गए भी उन्हें पानी से होकर गुजरना पड़ा। पानी भरा होने के चलते बापूनगर सहित कई जगहों पर दुकानदारों ने दुकान नहीं खोली। ऐसे में विपक्ष के साथ लोग भी अहमदाबाद महानगर पालिका के प्री मानसून प्लान पर सवाल उठाते नजर आए।

विपक्ष हमलावर, पूछा एआई से नजर के दावे का क्या?

दूसरे दिन भी शहर केे कई इलाकों से बरसाती पानी नहीं उतरने से अहमदाबाद महानगर पालिका में विपक्ष दल कांग्रेस भी हमलावर हो गया। मनपा में नेता प्रतिपक्ष शहजाद खान पठान ने पूछा कि मानसून से पूर्व मनपा के अधिकारियों और पदाधिकारियों ने दावा किया था कि इस साल शहर में जल जमाव नहीं होगा। पूर्व प्लानिंग की गई है। आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से सुसज्ज सीसीटीवी कैमरों से लगातार नजर रखी जाएगी। यह दावा करने वाले अधिकारी अभी जमीन पर नजर नहीं आ रहे हैं। पदाधिकारी भी ज्यादातर क्षेत्रों में नहीं पहुंचे।

3200 किमी के रास्ते, 965 किमी में ही स्टॉर्म वॉटर लाइन

पठान ने कहा कि अहमदाबाद शहर का मौजूदा क्षेत्र करीब 480 वर्ग किलोमीटर का है। रास्तों की लंबाई करीब 3200 किलोमीटर है। मानसून में बारिश का औसत 35 से 40 इंच का है, उसके सामने बरसाती पानी निकालने के लिए केवल 965 किलोमीटर की ही स्टॉर्म वॉटर लाइन बिछाई गई है। यानि सिर्फ 25 फीसदी मार्ग पर ही स्टॉर्म वॉटर लाइन है। ऐसे में शहर में जलजमाव से छुटकारा कैसे संभव है? ये स्थित तब है जब शहर में 20 साल से भाजपा का शासन है। उसके बावजूद भी स्मार्ट सिटी का दावा करने वाले पदाधिकारी स्टॉर्म वॉटर लाइन नहीं बिछा पा रहे हैं। बीते 10 सालों में केवल 57 किलोमीटर की स्टॉर्म वॉटर लाइन डाली गई है। जबकि दावा तो ओलंपिक खेलों के आयोजन के लिए शहर को तैयार करने का भी करने से नहीं चूकते हैं। पठान ने आरोप लगाया कि शहर जगह जगह पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं, लेकिन महानगर के कंट्रोलरूम में सरखेज-गांधीनगर हाईवे और सिंधु भवन के दृश्य ही नजर नहीं आ रहे हैं।

जनता-व्यापारी परेशान, पानी से गुजरते छात्र, वाहन

शहर के पूर्वी क्षेत्र में बरसाती पानी के भरे होने के चलते वटवा, मणिनगर, ईसनपुर, सरसपुर क्षेत्र में वाहन चालक और स्कूली बच्चे भरे हुए पानी से होकर गुजरते नजर आए। बापूनगर व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष नागजी देसाई ने कहा कि बापूनगर में सोनेरिया ब्लॉक से हरदासनगर जाने वाले मार्ग पर बापूनगर ईएसआई अस्पताल के पास रोड जलमग्न रहा। इसके चलते यहां के दुकानदारों ने दुकानें भी नहीं खोलीं। मनपा की टीम, पार्षद, विधायक सहित कोई भी इस क्षेत्र में नहीं आया।

महापौर की अगुवाई में मनपा टीम का वटवा दौरा

जल जमाव की स्थिति के चलते महापौर प्रतिभा जैन की अगुवाई में मनपा के पदाधिकारियों की टीम ने सोमवार को वटवा, लांभा और उससे सटे क्षेत्रों का दौरा किया। टीम वटवा के महालक्ष्मी तालाब पहुंची। तालाब ओवर फ्लो हो गया था, उसके आसपास जल जमाव की स्थिति होने से हैवी डीवॉटरिंग वाहन लगाकर उसे निकालने की व्यवस्था की गई।