अहमदाबाद शहर में जून माह से जुलाई तक अच्छी बारिश होने के साथ-साथ जल जनित और मच्छर जनित रोगों का प्रकोप बढ़ गया। जुलाई माह में जहां जल जनित रोगों के हैजा के 27 समेत 1900 से अधिक मरीज दर्ज हुए हैं। जून की तुलना में जुलाई माह में मच्छर जनित रोगों का भी उपद्रव बढ़ा है, इनमें लगभग आधे मरीज डेंगू के हैं। शहर के सरकारी और निजी अस्पतालों में सामने आए जल जनित रोगों के 1900 से अधिक मामलों में सबसे अधिक 789 उल्टी-दस्त के हैं। जबकि टाइफाइड के 615, पीलिया के 495 और हैजा के 27 मामले दर्ज हुए हैं। हैजा के इन मामलों में वटवा वार्ड में सर्वाधिक चार की पुष्टि हुई है। जबकि मक्तमपुरा व रामोल में तीन-तीन, असारवा, इसनपुर, ठक्करनगर, गोमतीपुर वार्ड में दो-दो, सरसपुर रखियाल, खाडिया, अमराईवाडी, सरदारनगर, सरखेज, लांभा, निकोल,चांदलोडिया, बापूनगर वार्ड में भी एक-एक हैजा के मरीज सामने आए हैं। इस अवधि में मच्छर जनित रोगों के सामने आए मरीजों में सबसे अधिक 144 डेंगू के हैं। मलेरिया के 135 फाल्सीपेरम के 23 व चिकनगुनिया के भी चार मरीज दर्ज हुए हैं। मच्छर जनित रोगों के मरीजों की यह संख्या जून माह की तुलना में ज्यादा है।
महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार शहर में बारिश के बीच मरीजों की संख्या बढ़ी है। इस दौरान रोगों को नियंत्रण में करने के लिए विविध उपाय किए जा रहे हैं। रोगों की आशंका पर एक माह में रक्त के 135109 नमूने लेकर जांच को भेजे गए। इस वर्ष अब तक शहर में करीब 11 लाख रक्त के नमूनों की जांच की गई है। डेंगू की जांच के लिए भी 8456 सेंपल सिरम के नमूने लिए गए। इनमें से 144 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। शहर में प्रभावित इलाकों से लिए गए 7714 पानी के नमूनों में से 89 की रिपोर्ट अनफिट रही। जबकि क्लोरीन के 58 हजार से अधिक टेस्ट में से 92 में क्लोरीन की मात्रा नहीं मिली। जल जनित और मच्छर जनित रोगों पर नियंत्रण के लिए शहर में कीटनाशक के छिड़काव के साथ-साथ फॉगिंग भी की जा रही है। इसके तहत विविध वार्डों में मास फॉगिंग काआयोजन किया जा रहा है। शहर में दुकानों पर खाद्य पदार्थों की भी जांच की जा रही है।
Published on:
05 Aug 2025 10:23 pm