Ahmedabad. असली सोने के मोती का सैंपल बताकर सस्ते में मोती की माला देने का झांसा देकर लाखों रुपए ठगने वाले गिरोह का जोन-2 उपायुक्त की लोकल क्राइम ब्रांच (एलसीबी) ने पर्दाफाश किया है। गिरोह से जुड़े तीन आरोपियों को पकड़ा है, जबकि एक फरार है। इनके पास से तीन लाख रुपए की नकदी, एक कार, नकली सोने के मोतियों की 12 माला और 12 असली मोती बरामद किए हैं।
जोन-2 उपायुक्त भरत राठौड़ के अनुसार पकड़े गए आरोपियों में राजस्थान के जालौर जिले की भीनमाल तहसील के नरता गांव निवासी गंगाराम वाघरी, भीनमाल तहसील के ही भागळभीम बागरियों की ढाळी निवासी हाल गांधीनगर कलोल में रहने वाला बाबूलाल वाघेला, भीनमाल के सोबडावास गांव हाल अहमदाबाद ठक्करबापानगर निवासी पन्नाराम डाभी शामिल हैं। इस मामले में एक अर्जुन नाम का आरोपी फरार है।
गिरोह के लोग गुजरात के शहरों में घूमकर लोगों से कहते कि उन्हें राजस्थान में खुदाई में जमीन से सोना मिला है। इस सोने को वे सस्ते में बेचना चाहते हैं। उसके मोती बनाए हैं। पहले ये असली सोने के मोती का सैंपल देते थे। यह देख जो इनके झांसा में आता, उन्हें सोने का पानी चढ़े पीतल के मोतियों की माला देकर पैसे लेकर फरार हो जाते थे।
एलसीबी पीएसआई के डी पटेल ने बताया कि इस गिरोह ने 15 जुलाई को शहर के वैष्णोदेवी सर्कल के पास एक दुकानदार को सस्ते में सोने के मोतियों को बेचने का झांसा देकर असली मोती दिखाने के बाद पीतल के मोतियों की माला देकर छह लाख रुपए ठग लिए थे। घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज की जांच, मुखबिरों की मदद से आरोपियों को पकड़ा है। साबरमती थाने में मामला दर्ज हुआ है।
जांच के दौरान पता चला कि दो आरोपी चांदखेड़ा थाने में दर्ज ऐसे ही एक मामले में चार साल से फरार चल रहे थे। इसमें बाबूलाल और पन्नाराम शामिल हैं।
जांच में चार मामलों की गुत्थी सुलझी है। आरोपियों ने एक महीने पहले भी वैष्णोदेवी सर्कल के पास एक व्यक्ति से एक लाख लेकर पीतल की माला दी थी। साढ़े चार महीने पहले सूरत के कडोदरा सर्कल पर एक व्यक्ति को पीतल की माला देकर तीन लाख ले लिए थे। चार माह पहले बनासकांठा के धानेरा सब्जी मंडी में नकली माला देकर 50 हजार ऐंठे थे। डेढ़ माह पहले महेसाणा ऊंझा मार्केट में एक व्यक्ति से एक लाख ले लिए थे। नकली सोने की माला दी थी।
Published on:
28 Jul 2025 10:01 pm