अहमदाबाद शहर के बोपल के शिवालिक रो हाउस इलाके में मंगलवार रात को फायरिंग में एक युवक की मौत हो गई। हालांकि मृतक की जेब से सुसाइड नोट भी मिला है। इसके चलते अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि यह आत्महत्या है या हत्या है। इस तरह यह मामला रहस्यमय बन गया है। पुलिस सीसीटीवी के जरिए पूरी गुत्थी को सुलझाने में पुलिस लगी है।घटना में मारे गए युवक की पहचान राजकोट मूल के निवासी कल्पेश टुंडिया (40) के रूप में हुई है जो पिछले 13 वर्षों से अहमदाबाद में रह रहा था। वह शेयर ब्रोकर के रूप में काम करता था।
मंगलवार रात को गोली चलने की आवाज के बाद कल्पेश खून से लथपथ हो गया। उसे उपचार के लिए एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस को मौके से कोई बंदूक नहीं मिली है। बताया यह भी जा रहा है कि फायरिंग से कुछ देर पहले कल्पेश से मिलने के लिए दो व्यक्ति घर पहुंचे थे, जो घटना के बाद से लापता हैं। हालांकि पुलिस ने उनकी कार की पहचान कर ली है।
पुलिस को आशंका है कि यह मामला लेन-देन से भी जुड़ा हो सकता है। शेयर ब्रोकर के पेशे से जुड़े कल्पेश की 14 वर्षीय पुत्री से भी पुलिस ने पूछताछ की है। इस पूछताछ में पुलिस को पता चला है कि मंगलवार रात करीब पौने नौ बजे दो लोग सफेद कार से कल्पेश से मिलने आए थे। संभवत: लेन-देन के उद्देश्य से तीनों के बीच करीब एक घंटे तक बात भी हुई। कुछ देर बाद गोली चलने की आवाज सुनाई दी। इसके बाद मौके पर पहुंची कल्पेश की पुत्री ने अपने पिता को खून से लथपथ पाया। अस्पताल ले जाने के बाद लगभग रात दस बजे इस घटना के बारे में बोपल पुलिस को अवगत कराया गया।
घटना से पहले कल्पेश से मिलने आए दोनों जनों व उनकी कार की पहचान हो गई है। मौके से फायरिंग के कारतूस का खोखा भी मिला है। कल्पेश के पास बंदूक का कोई लाइसेंस नहीं है। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह आत्महत्या है या हत्या। शव को पोस्मार्टम के लिए भेज दिया गया है।
इस घटना के बारे में पुलिस उपाधीक्षक नीलम गोस्वामी ने बताया कि मृतक की जेब से सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट की राइटिंग को जांच के लिए एफएसएल भी भेजा जाएगा। घटना स्थल से बंदूक गायब है। उनका कहना है कि इलाके में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा है।
मृतक के पिता नागजीभाई का कहना है कि वे राजकोट गए थे और घटना की जानकारी मिलने पर वे वापस लौटे। उनसे मृतक की पुत्री ने कहा कि दो लग आए थे, लेकिन वह उस समय पढ़ाई कर रही थी इसलिए उसे पता नहीं क्या हुआ। फिर उसने फायरिंग की आवाज सुनी। इसके बाद वह दौड़कर वहां गई जहां उसने अपने पिता को खून से लथपथ देखा। इसके बाद उसने उनकी माता को वीडियो कॉल किया। तभी दो में से एक व्यक्ति ने वीडियो कॉल बंद करा दिया। फिर दोनों वहां से फरार हो गए।
Published on:
06 Aug 2025 11:17 pm