आगरा में तीन घंटे की बारिश से बाढ़ के हालात हो गए। पूरे शहर में जलभराव हो गया। आगरा में पिछले 24 घंटे में 46 मिलीमीटर बारिश हुई। कई जगह 3 फीट तक पानी भर गया। वीआईपी रोड पर एक व्यक्ति खेरिया रोड पर नाव लेकर निकल पड़ा। लोगों के घरों में तक में पानी भर गया। वहीं राजस्थान बार्डर पर पार्वती नदी के रौद्र रूप में एक कैंटर बाढ़ में बह गया। वहीं मौसम विभाग ने 4 अगस्त तक बारिश की चेतावनी दी है।
बारिश से सड़कों पर भरे पानी में कहीं बच्चे स्विमिंग करते दिखाई दिए, तो कहीं एक व्यक्ति वीआईपी रोड कही जाने वाली खेरिया रोड पर नाव लेकर निकल पड़ा। लोगों का कहना है कि सिर्फ तीन घंटे की बरसात में यह स्थिति है। अगर कहीं 4-5 घंटे बरसात हो गई तो पूरा शहर डूब जाएगा। गुरुवार को हुई बरसात के बाद आगरा की सड़कें तालाब बन गई हैं।
आगरा में बहने वाली चंबल नदी अपने उफान पर है। चंबल नदी के पानी में गुरुवार को 2 मीटर की बढोत्तरी दर्ज की गई। गुरुवार रात 9 बजे तक जलस्तर 134 मीटर पहुंच गया। चंबल नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण गोहरा, रानीपुर, भटपुरा, गुढ़ा सहित नौ गांवों के सभी घरों में पानी भर गया।
इन गांवों का तहसील मुख्यालय से संपर्क भी टूट गया। प्रशासन ने सुरक्षी की दृष्टि बिजली आपूर्ति को बंद कर दिया है। बाढ़ के कारण अब तक 2 हजार बीघा से अधिक फसलें नष्ट हो चुकी हैं। कोटा बैराज से लगातार पानी छोड़े जाने की वजह से बाढ़ की स्थिति बनी हुई। प्रशासन की मानें तो शुक्रवार शाम से जलस्तर में कमी आने की उम्मीद है।
आगरा के लादूखेड़ा में पार्वती नदी में आई बाढ़ के चलते कैंटर बह गया। कैंटर सवार चार लोग डूब गए, जिनमें से दो को सुरक्षित निकाल लिया गया। बताया गया है कि राजस्थान स्थित आगई बांध से पानी का डिस्चार्ज किया गया। इस वजह से राजस्थान सीमा स्थित कुसेंडा गांव के पास बनी रपट पर पार्वती नदी सात फुट ऊंचा बह रही है। इसी वजह से ये हादसा हुआ। पानी में कैंटर सवार चार लोग डूब गए, जिनमें से दो को रेस्क्यू कर सुरक्षित निकाल लिया गया। दो की तलाश की जा रही है। घटना शुक्रवार सुबह हुई। कैंटर गोबर चौकी ताजगंज आगरा से लादूखेड़ा होते हुए कबाड़ा लेने मनिया जा रहा था।
Updated on:
01 Aug 2025 05:19 pm
Published on:
01 Aug 2025 05:18 pm